पटना: तेजप्रताप यादव और अनुष्का यादव की कथित शादी का मामला अब पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले चुका है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा तेजप्रताप को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने और घर से बेदखल किए जाने के बाद यह मुद्दा गरमा गया है। इसी कड़ी में अब अनुष्का यादव के मामा प्रो. फनी यादव ने भी खुलकर लालू परिवार को चेताया है और गंभीर आरोप लगाए हैं।
“लालू प्रसाद को पहले बातचीत करनी चाहिए थी”
फनी यादव ने कहा कि तेजप्रताप और अनुष्का दोनों बालिग हैं और उन्हें अपने जीवनसाथी चुनने का संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर लालू प्रसाद को इस प्रेम विवाह पर आपत्ति है, तो फिर उन्होंने तेजस्वी यादव के प्रेम विवाह को कैसे स्वीकार किया?
“तेजप्रताप की पहली शादी दबाव में कराई गई थी”
फनी यादव ने दावा किया कि तेजप्रताप की पहली शादी ऐश्वर्या राय से लालू परिवार के दबाव में कराई गई थी। उन्होंने कहा कि अब जब तेजप्रताप ने खुद अपना जीवनसाथी चुना है, तो इसे परिवार और पार्टी से बाहर करने का आधार बनाना संवैधानिक और नैतिक दोनों रूप से गलत है।
“लालू परिवार की धमकियों से डरे नहीं हैं”
फनी यादव ने चेतावनी दी कि अनुष्का के परिवार को धमकाना बंद किया जाए, वरना अंजाम बुरा होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू परिवार के सदस्य, खासकर लालू प्रसाद के भतीजे नागेंद्र राय, पहले भी अनुष्का के भाई आकाश यादव को रंगदारी और धमकी दे चुके हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि नागेंद्र राय, साधु यादव और सुभाष यादव—इन तीनों ने लालू यादव के सामाजिक न्याय की राजनीति को जंगलराज में बदलने का काम किया था, जिसे आज पूरा बिहार जानता है।
“हम प्रतिष्ठित और क्रांतिकारी परिवार से हैं”
फनी यादव ने कहा कि अनुष्का का परिवार सम्मानित और क्रांतिकारी पृष्ठभूमि से आता है। उन्होंने बिहार सरकार से अनुष्का और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है, क्योंकि उन्हें अंदेशा है कि लालू परिवार से जुड़े लोग कोई अप्रिय घटना कर सकते हैं।