बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 के लिए एक नया निर्देश जारी किया है, जिसके तहत परीक्षार्थी 6 फरवरी से 15 फरवरी के बीच जूता-मोजा पहनकर परीक्षा भवन में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। यह फैसला मौसम में सुधार को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
दरअसल,इससे पहले वातावरण में ठंड होने के कारण बोर्ड ने जूता-मोजा पहनकर आने की अनुमति बोर्ड द्वारा दी गई थी लेकिन मौसम में सुधार होने के बाद छह फरवरी से 15 फरवरी तक आयोजित होने वाली परीक्षा में जूता-मोजा पहनकर आने पर रोक लगा दी गई है। बोर्ड ने परीक्षा में किसी प्रकार के कदाचार न हो इसके लिए हर संभव कदम उठा रहा है। उसी के मद्देनजर जूता-मोजा पहनकर आने पर रोक लगाई गई है।
जानकारी हो कि, परीक्षार्थियों को यह बताया गया है कि जूता-मोजा पहनकर परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।अगर कोई परीक्षार्थी इसका उल्लंघन करता है, तो उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा।12 लाख 90 हजार परीक्षार्थी इस बार इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 में शामिल हो रहे हैं। इसके लिए 1677 परीक्षा केंद्र राज्यभर में बनाए गए हैं।
मालूम हो कि, बिहार बोर्ड के निर्देश का उद्देश्य परीक्षा के दौरान अनुशासन बनाए रखना और परीक्षाओं में कदाचार को रोकना है। जूता-मोजा पर प्रतिबंध लगाकर बोर्ड परीक्षा में नकल और अन्य अवांछित गतिविधियों को रोकने का प्रयास कर रहा है। बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में परीक्षा के दौरान अनुशासन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इधर, परीक्षार्थियों को इन निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है ताकि वे बिना किसी समस्या के अपनी परीक्षा दे सकें। परीक्षार्थियों को जूता-मोजा न पहनने के निर्देश का पालन करना चाहिए और परीक्षा के अन्य नियमों का ध्यान रखना चाहिए। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से इंटर परीक्षा के तीसरे दिन यानी बुधवार को प्रथम पाली में विज्ञान के विद्यार्थी भौतिकी एवं दूसरी पाली में कला के विद्यार्थी भूगोल की परीक्षा देंगे। दूसरी पाली में ही वाणिज्य संकाय के विद्यार्थी बिजनेस स्टडी की परीक्षा देंगे।
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