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हज सुविधा ऐप 2.0 के जरिए तीर्थयात्रा बनी और अधिक सुगम, सुरक्षित और सशक्त

नई दिल्ली – भारत सरकार ने हज यात्रा को तकनीक से जोड़ते हुए इसे एक नया रूप दिया है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा शुरू की गई यह पहल न केवल यात्रा को आसान बनाती है, बल्कि तीर्थयात्रियों को डिजिटल रूप से सशक्त भी करती है।

हर साल भारत से करीब 1.75 लाख लोग हज यात्रा पर सऊदी अरब जाते हैं। इस व्यापक और संवेदनशील अभियान का सफल संचालन सरकार की कूटनीतिक क्षमता, सेवा भावना और तकनीकी कौशल का उदाहरण बन चुका है।

हज सुविधा ऐप: डिजिटल यात्रा का साथी

2024 में लॉन्च किया गया हज सुविधा ऐप अब 2.0 वर्जन के साथ उपलब्ध है, जो तीर्थयात्रियों को एंड-टू-एंड डिजिटल समाधान प्रदान करता है।

इस ऐप के जरिए आवास, उड़ान, परिवहन, स्वास्थ्य सेवा, शिकायत समाधान, SOS अलर्ट, बैगेज ट्रैकिंग, और यहां तक कि किबला कम्पास और नमाज़ अलार्म जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।

पिछले साल 67,000 से अधिक हाजियों ने इसे डाउनलोड किया, और 8000+ शिकायतों तथा 2000+ एसओएस कॉल्स को सफलतापूर्वक हल किया गया।

हज 2.0: तीर्थ की हर ज़रूरत एक ऐप में

हज सुविधा ऐप 2.0 में आवेदन से लेकर भुगतान, अदाही कूपन, चयन प्रक्रिया (कुर्रा), रद्दीकरण और धनवापसी तक की संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है।

यूपीआई, डेबिट/क्रेडिट कार्ड और नेट बैंकिंग से भुगतान करना अब बेहद आसान हो गया है। उड़ान संबंधी जानकारी और ई-बोर्डिंग पास भी सीधे ऐप में उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य और सुरक्षा को मिली प्राथमिकता

ऐप को स्वास्थ्य मंत्रालय के ई-हेल्थ कार्ड और ई-हॉस्पिटल मॉड्यूल से जोड़ा गया है, जिससे आपातकालीन स्थिति में तीर्थयात्रियों को तेज और बेहतर इलाज मिल सके।

आरएफआईडी-आधारित बैगेज टैगिंग सिस्टम से सामान की ट्रैकिंग भी और आसान हो गई है।

नेविगेशन से लेकर मौसम तक – हर सुविधा उंगलियों पर

मशाएर क्षेत्र (मीना, अराफात, मुजदलिफा) की डिजिटल मैपिंग ने नेविगेशन को पूरी तरह बदल दिया है। रेगिस्तान की भीषण गर्मी में तीर्थयात्रियों को रास्ता भटकने से बचाने के लिए हर शिविर स्थान को ऐप में दर्शाया गया है।

मौसम अलर्ट, हाइड्रेशन टिप्स और पेडोमीटर जैसी सुविधाएं तीर्थयात्रियों को स्वस्थ और जागरूक रखने में मदद करती हैं।

एआई चैटबॉट बना डिजिटल सहायक

हज सुविधा ऐप में अब एक एआई आधारित चैटबॉट भी शामिल है, जो तीर्थयात्रियों के सवालों का जवाब देता है और तुरंत सहायता उपलब्ध कराता है।

यह चैटबॉट एक डिजिटल सहायक की तरह काम करता है – विनम्र, सुलभ और समझदारी से लैस।


डिजिटल भारत का वैश्विक मॉडल
भारत का यह हज ऐप न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि यह देश के समावेशी और संवेदनशील शासन का प्रमाण भी है।

हज सुविधा ऐप 2.0 ने हज के अनुभव को आध्यात्मिक, सुरक्षित और सुगम बनाते हुए एक नया अंतरराष्ट्रीय मानक स्थापित किया है।


(नोट: लेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं।)


 

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