पटना, 10 जून।बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को राजधानी पटना स्थित ऊर्जा सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 694 वरीय चिकित्सा पदाधिकारियों और चिकित्सा पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों के 1800 रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया आगामी दो से ढाई महीनों में शुरू होने की घोषणा की।
पिछले 10 दिनों में 1400 डॉक्टरों को मिली नियुक्ति
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बीते 10 दिनों में 1400 डॉक्टरों को नियुक्तिपत्र वितरित किए गए हैं, जो राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक बड़ा रिकॉर्ड है। इससे चिकित्सकों की भारी कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।
डॉक्टरों को इच्छानुसार होगी पदस्थापना
उन्होंने कहा कि अब सरकारी डॉक्टरों को उनकी पसंद के स्थान पर पदस्थापन का अवसर भी दिया जाएगा। साथ ही आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। हाल ही में 7468 एएनएम नर्सों की नियुक्ति की गई है, जिनमें से 7300 नर्सों ने कार्यभार संभाल लिया है। आगामी डेढ़ महीने में 4500 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) की नियुक्ति भी की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री का चिकित्सकों से भावुक आह्वान
मंगल पांडेय ने नवनियुक्त डॉक्टरों से संवेदना, अनुशासन और पारदर्शिता के साथ मरीजों की सेवा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा एक टीमवर्क है, जिसमें डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन और फार्मासिस्ट सभी की अपनी अहम भूमिका होती है।
अपर मुख्य सचिव का संदेश
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस अवसर पर नवनियुक्त डॉक्टरों से पूरी संवेदना के साथ मरीजों की सेवा करने का आग्रह किया। उन्होंने हालिया पीएमसीएच घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी दुखद घटनाएं भविष्य में दोहराई न जाएं, इसका विशेष ध्यान रखना होगा। साथ ही उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के आधारभूत ढांचे के सतत विकास की प्रतिबद्धता दोहराई।
स्वास्थ्य मंत्री को सर्वाधिक कार्यकाल की बधाई
प्रत्यय अमृत ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बिहार में सबसे अधिक समय तक स्वास्थ्य मंत्री रहने के लिए भी बधाई दी और कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य की चिकित्सा व्यवस्था ने कई सकारात्मक बदलाव देखे हैं।