
प्रखंड कार्यालय से लेकर योजनाओं की भौतिक जांच तक, प्रशासनिक दक्षता का मूल्यांकन
भागलपुर, 21 मई 2025।जिला प्रशासन की ओर से नवगछिया को मॉडल प्रखंड बनाने की दिशा में ठोस पहल की जा रही है। इसी क्रम में भागलपुर के उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार सिंह (भा.प्र.से.) ने मंगलवार को नवगछिया प्रखंड कार्यालय का विस्तृत निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य प्रशासनिक जवाबदेही की स्थापना, योजनाओं के क्रियान्वयन में गति, और कार्यसंस्कृति में पारदर्शिता सुनिश्चित करना था।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पशुपालन, कृषि, नगर परिषद, प्रखंड संसाधन केंद्र एवं सम्राट अशोक भवन सहित विभिन्न कार्यालयों का क्रमवार भ्रमण किया। इस दौरान आगत-निर्गत पत्र पंजी, उपस्थिति रजिस्टर, अनुक्रणिका, रोकड़ बही और विभिन्न योजनाओं की पंजियों की जांच की गई। उन्होंने पाया कि कई रिकॉर्ड अद्यतन नहीं थे, जिस पर संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया और निर्देशित किया गया कि दस्तावेजों को नियमित रूप से निर्धारित प्रारूप में अद्यतन रखा जाए।
योजनाओं के कार्यान्वयन पर विशेष बल:
उप विकास आयुक्त ने विशेष रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), चापाकल मरम्मति योजना, 15वीं व 6ठी वित्त आयोग से संचालित योजनाएं और आंगनबाड़ी केंद्रों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। योजनाओं के लाभार्थियों तक समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से लाभ पहुँचना प्रशासन की प्राथमिकता है।
भौतिक सत्यापन एवं निगरानी:
निरीक्षण के दौरान जिला स्तरीय जांच दल द्वारा प्रखंड की सभी पंचायतों में चयनित योजनाओं का भौतिक सत्यापन कराया गया। इसमें निर्माण गुणवत्ता, कार्य प्रगति, उपयोगिता और निर्धारित मानकों की समीक्षा की गई। श्री सिंह ने कहा कि यदि जांच रिपोर्ट में किसी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही पाई जाती है, तो दोषियों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
मॉडल प्रखंड की संकल्पना:
निरीक्षण के अंत में श्री सिंह ने कहा, “प्रशासन की मंशा नवगछिया को एक ऐसा मॉडल प्रखंड बनाने की है, जहां सभी योजनाएं पारदर्शी, सुगठित और समयबद्ध रूप से लागू हों। इसके लिए सतत निगरानी, फील्ड विज़िट और समुदाय की भागीदारी आवश्यक है।”
उपस्थित अधिकारी:
निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया, निदेशक (लेखा), सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी (जिला परिषद), प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, जिला अभियंता सहित अन्य वरिष्ठ एवं तकनीकी अधिकारी उपस्थित रहे।