Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

आत्महत्या के बारे में सोचने लगी थीं Nancy Tyagi, क्यों और कैसे लेना चाहती थीं अपनी जान?

ByRajkumar Raju

मई 28, 2024
Nancy tyagi cannes festival

77वें कांस फिल्म फेस्टिवल में भारत के स्टार्स के अलावा कुछ पॉपुलर इंटरनेट सेंसेशन भी इस इवेंट में अपना जलवा दिखाते नजर आए। वहीं कांस 2024 में दिल्ली की 23 साल की फैशन इंफ्लुएंसर ने रेड कार्पेट पर कदम रखते ही सारी लाइमलाइट बटोर लीं। Nancy Tyagi जिन्होंने इस इवेंट में सेल्फ-स्टिच्ड पिंक रफल्ड गाउन पहना था, उन्होंने अपने लुक्स से सभी को दीवाना बना दिया।

इतना ही नहीं Nancy Tyagi रातों रात सोशल मीडिया स्टार बन गईं। इस इवेंट के बाद Nancy Tyagi की किस्मत चमक गई और सोनम कपूर ने उनकी ड्रेस डिजाइन करने का ऑफर दे दिया। वहीं इस सफलता के पहले इंटरनेट सेंसेशन ने अपनी लाइफ में बहुत संघर्ष किया, जिसकी वजह से उन्होंने कई बार आत्महत्या करने का भी सोचा था।

रुला देगी Nancy Tyagi की दर्दनाक कहानी 

नैन्सी त्यागी को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। उत्तर प्रदेश में पैदा हुई नैन्सी त्यागी ने कांस फिल्म फेस्टिवल2024 में खुद का सिला हुआ गाउन पहनकर इतिहास रच दिया है, जिसके बाद उन्होंने इंटरनेट पर सुर्खियां बटोरना शुरू कर दिया। इस बीच अब नैन्सी त्यागी ने अपनी जिंदगी के सबसे बुरे फेज के बारे में बताया है, जिसे सुनकर आपके आंखों से आंसू नहीं रुकने वाले हैं।

Nancy Tyagi को आते थे आत्महत्या करने ख्याल

हाल ही में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर रणवीर अल्लाहबादिया ने अपने पॉडकास्ट में नैन्सी त्यागी से उनकी जिंदगी से जुड़े कई तरह के सवाल किए। ‘द रणवीर शो’ के दौरान नैन्सी त्यागी से पूछा गया कि क्या उन्हें जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने बताया कि, ‘बहुत ज्यादा संघर्ष था, कई बार मुझे मरने का भी विचार आया। भाई स्कूल जा रहा था, उसकी फीस भरने की टेंशन थी… आप ही सोचो 6-7 हजार में क्या होता है। कुछ नहीं होता जहर आ जाता है।’ आगे कहा, ‘मेरे पास आखिरी ऑप्शन था कि वीडियो बना के देखती हूं, कुछ होता है तो ठीक है नहीं तो कोई बात नहीं।’

इस वजह से जिंदगी से परेशान थीं नैन्सी त्यागी

नैन्सी ने भी बताया कि उनकी मां ने बच्चों की खुशी के लिए बहुत त्याग किया है। आगे खुलासा करते हुए बाताय कि, ‘जब वह घर पर आराम से बैठी रहती थीं तो अपनी मां को संघर्ष करते देखकर उन्हें बहुत बुरा लगत था। मुझे बहुत सारा पैसा नहीं चाहिए था, बस इतना चाहिए था कि मम्मी काम पर न जा पाए और पैसें न होने की वजह से मुझे 23 साल की उम्र से पहले आत्महत्या करने का ख्याल आता था।’


Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By Rajkumar Raju

5 years of news editing experience in VOB.

Submit your Opinion

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading