छपरा, बिहार – पश्चिम बंगाल में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में शनिवार को छपरा नगर में भाजपा नेता राणा यशवंत प्रताप सिंह के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन किया गया। इस दौरान नगर थाना चौक से नगरपालिका चौक तक एक आक्रोश यात्रा भी निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और समाजसेवी शामिल हुए।
राणा यशवंत प्रताप सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंदू समाज के लोगों पर जिहादियों द्वारा किए जा रहे हमले, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के साथ अमानवीय व्यवहार मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। इन घटनाओं को लेकर हिंदू समाज में व्यापक आक्रोश है।
उन्होंने कहा, “अगर इसी तरह से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार होते रहे, तो संपूर्ण भारत के हिंदुओं को सड़क पर उतर कर आंदोलन करना होगा। नहीं तो हम धीरे-धीरे अल्पसंख्यक की श्रेणी में आ जाएंगे, और जो आज अल्पसंख्यक के नाम पर विशेष अधिकार प्राप्त कर रहे हैं, वे बहुसंख्यक की भूमिका में आ जाएंगे।”
राणा सिंह ने ममता बनर्जी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए राष्ट्रपति से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल 2025, जो कि संवैधानिक रूप से पारित हो चुका है, को ममता बनर्जी द्वारा अस्वीकार करना असंवैधानिक व्यवहार का प्रतीक है और इसके लिए उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने दलित नेताओं से भी सवाल करते हुए पूछा कि “जब पश्चिम बंगाल में दलित हिंदुओं की हत्या की जा रही है, तब वे मौन क्यों हैं?”
इस जन आक्रोश यात्रा में समाजसेवी मधु, मनोज सिंह, अशोक सिंह भादपा, अधिवक्ता रविकांत सिंह, ज्ञानेश पांडेय, दिवाकर भारती, प्रभात मिश्रा, परशुराम सिंह, मुन्ना महतो, विनय कुमार तिवारी, अजीत शर्मा, मनीष सिंह, समीर जयसवाल, अंकित सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
राणा यशवंत प्रताप सिंह ने यह स्पष्ट किया कि यह केवल एक शुरुआत है, और आगे भी व्यापक आंदोलन किए जाएंगे।