बिहार चुनाव से पहले बड़ी कार्रवाई: कैमूर में 1125 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त, गुप्त तहखाने से मिली पूरी खेप

कैमूर | बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शराब तस्करी की बड़ी कोशिश को उत्पाद विभाग की टीम ने नाकाम कर दिया है। कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र स्थित दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने उत्पाद जांच चौकी पर एक ट्रक से 1125 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई। शराब को ट्रक की छत और केबिन में बनाए गए गुप्त तहखाने में छिपाया गया था।


चुनावी निगरानी में मिली सफलता

जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चलाए जा रहे विशेष जांच अभियान के दौरान की गई। उत्पाद विभाग की टीम मोहनिया समेकित जांच चौकी पर वाहनों की सघन जांच कर रही थी। इसी दौरान उत्तर प्रदेश की ओर से आ रहे एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया।
पहली नजर में ट्रक खाली दिखा, लेकिन तलाशी के दौरान केबिन और छत में छिपाकर रखे गए कार्टनों में अंग्रेजी शराब बरामद हुई।


ट्रक चालक गिरफ्तार, यूपी से लाई जा रही थी खेप

कार्रवाई में ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी पहचान अरुण यादव, निवासी सुरहुरपुर मोहम्मदाबाद, मऊ (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। पूछताछ में चालक ने बताया कि वह वाराणसी के राजा तालाब से शराब लाकर डेहरी-ऑन-सोन (बिहार) पहुंचाने वाला था।
प्रारंभिक जांच में यह संदेह जताया गया है कि यह खेप चुनावी प्रचार के दौरान मतदाताओं तक पहुंचाने की योजना का हिस्सा थी।


उत्पाद विभाग ने दी जानकारी

उत्पाद चेकपोस्ट प्रभारी इंस्पेक्टर गुंजेश कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई चुनावी सघन निगरानी के तहत की गई थी। ट्रक और बरामद शराब को जब्त कर लिया गया है और चालक से पूछताछ जारी है। विभाग अब यह पता लगाने में जुटा है कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन से संगठित गिरोह सक्रिय हैं और शराब की खेप बिहार के किन इलाकों में खपाई जाने वाली थी।


चुनाव में शराब तस्करी पर सख्त निगरानी

बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद चुनावी मौसम में शराब की अवैध तस्करी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती रहती है। चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रशासन ने सीमा क्षेत्रों और राजमार्गों पर विशेष चौकसी बढ़ा दी है।
अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से चुनावी माहौल को प्रभावित होने से बचाया गया है, और आगे भी निगरानी और तलाशी को और सख्त किया जाएगा ताकि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल में संपन्न हो सके।


स्थानीय स्तर पर भी बढ़ाई जाएगी चौकसी

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से प्रशासन की सख्ती का सही संदेश गया है। विभाग ने आगामी दिनों में सभी चेकपोस्टों पर गहन तलाशी और इंटर-स्टेट कोऑर्डिनेशन बढ़ाने की योजना बनाई है।


यह कार्रवाई चुनाव आयोग की सख्त निगरानी और प्रशासनिक सतर्कता का परिणाम है, जिससे शराब तस्करी के जरिए मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश को समय रहते विफल कर दिया गया।

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