बिहार के जहानाबाद जिले के काको प्रखंड कार्यालय में गुरुवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई। निगरानी विभाग की टीम ने डाटा ऑपरेटर सतीश कुमार को जमीन के दाखिल-खारिज (Mutation) के लिए किसान से 3 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई एक किसान की शिकायत और गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसके बाद पूरे प्रखंड कार्यालय में हड़कंप मच गया।
किसान की शिकायत से खुला भ्रष्टाचार का मामला
काको थाना क्षेत्र के खालिसपुर निवासी किसान नीरज कुमार ने निगरानी विभाग में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अपनी जमीन के दाखिल-खारिज के लिए सतीश कुमार 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था। नीरज ने बताया कि वे पिछले नौ महीनों से प्रखंड कार्यालय का चक्कर काट रहे थे, लेकिन हर बार सतीश उन्हें टाल देता था।
शिकायत की जांच के बाद निगरानी विभाग ने ट्रैप प्लान तैयार किया और गुरुवार को छापेमारी की।
3 हजार रुपये लेते ही धर दबोचा गया आरोपी
योजना के अनुसार, किसान नीरज कुमार ने सतीश को पहली किस्त के रूप में 3 हजार रुपये दिए। जैसे ही सतीश ने रिश्वत की राशि स्वीकार की, निगरानी विभाग की टीम ने उसे मौके पर ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। विभाग ने रिश्वत की रकम बरामद कर ली और सतीश को पूछताछ के लिए पटना निगरानी कार्यालय ले जाया गया।
निगरानी विभाग का बयान
निगरानी विभाग के डीएसपी मिथिलेश कुमार ने बताया
“शिकायत की सत्यता की जांच के बाद हमने कार्रवाई की। आरोपी सतीश कुमार को 3 हजार रुपये की पहली किस्त लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।”
उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और यह भी जांच की जाएगी कि क्या उसने अन्य किसानों से भी रिश्वत वसूली की है।
किसान ने जताया आभार
शिकायतकर्ता नीरज कुमार ने कहा
“पिछले नौ महीने से मैं दाखिल-खारिज के लिए चक्कर काट रहा था। सतीश ने 15 हजार रुपये मांगे थे। अंत में मैंने निगरानी विभाग से शिकायत की, और कार्रवाई होते देख सुकून मिला।”
स्थानीय लोगों ने की निगरानी विभाग की सराहना
घटना की जानकारी मिलते ही काको प्रखंड कार्यालय के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। स्थानीय निवासियों ने निगरानी विभाग की कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से भ्रष्टाचार पर रोक लग सकेगी। विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार की सूचना तुरंत दें, ताकि ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
मुख्य बिंदु
- आरोपी: सतीश कुमार, डाटा ऑपरेटर, काको प्रखंड
- शिकायतकर्ता: नीरज कुमार, किसान, खालिसपुर
- रिश्वत राशि: ₹15,000 (पहली किस्त ₹3,000)
- गिरफ्तारी: रंगे हाथों, दाखिल-खारिज के लिए रिश्वत लेते समय
- जांच एजेंसी: निगरानी विभाग, बिहार