भागलपुर और पटना के बीच चलने वाली मुख्य ट्रेन दानापुर इंटरसिटी में 15 मार्च से एलएचबी कोच लग जाएगा। इस दिन से परंपरागत आईसीएफ रैक को हटा लिया जाएगा। आईसीएफ रैक की अपेक्षा इसमें सीटें बढ़ेंगी। इसे रेलवे की ओर से शहरवासियों के लिए होली गिफ्ट के तौर पर देखा जा रहा है। हावड़ा से रैक भागलपुर यार्ड पहुंच चुका है। भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी को 15 मार्च से एलएचबी कोच जोड़कर चलाई जाएगी। इसके साथ ही इस ट्रेन में सीटों की संख्या भी बढ़ जाएगी। इससे यात्रियों को सहूलियत होगी। एलएचबी रैक भागलपुर को उपलब्ध करा दी गयी है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। मालदा रेलमंडल के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी के बाद भागलपुर और मुजफ्फरपुर तक चलने वाली जनसेवा एक्सप्रेस में भी जल्द एलएचबी कोच जोड़कर चलाने की योजना पर काम चल रहा है।
एलएचबी कोच जुड़ने से स्लीपर से एसी के हरेक बोगी में छह से आठ सीटें बढ़ जाएंगी। बर्थों की संख्या बढ़ने से साहिबगंज-भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड के यात्रियों को सहूलियत होगी। एलएचबी रैक जोड़ने से ट्रेन की हरेक स्लीपर कोच में 72 से बढ़कर 80, एसी टू कोच में 48 से 54 और एसी थ्री में 64 से बढ़कर 72 सीटें हो जाएंगी। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार एलएचबी कोच के रैक जुड़ने से सीटों की संख्या बढ़ने के साथ ही ट्रेन की दुर्घटना की संभावना भी कम रहती है। विक्रमशिला एक्सप्रेस सहित लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनों में एलएचबी रैक है।
एक्सपायरी कोच से बनी रहती दुर्घटना की आशंका
जंक्शन से खुलने और इसके रास्ते चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों से इंटीग्रल (आईसीएफ) कोच की मियाद 26 साल पूरी कर चुकी है। एक्सपायरी कोच से ट्रेन परिचालन से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसलिए एलएचबी कोच लगाने की रेल प्रशासन कवायद में जुट गया है। आईसीएफ रैक हटाकर एलएचबी कोच लगाई जाएगी।
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