पटना।राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए पुनः नामांकन दाखिल किया। राजद की स्थापना के लगभग तीन दशक बाद भी वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बने हुए हैं। नामांकन के दौरान लालू प्रसाद अपने बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे।
लालू यादव के पहुंचते ही राजद मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कभी अपने देसी ठाठ, हाज़िरजवाबी और जनप्रिय अंदाज़ के लिए मशहूर रहे लालू यादव की झलक पाने के लिए पार्टी कार्यालय के बाहर उत्साह का माहौल रहा।
तेजस्वी यादव ने जताया भरोसा, कहा— नेतृत्व देगा नई जीत
इस अवसर पर मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा—
“लालू जी का फिर से कार्यकाल के लिए तैयार होना पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए उत्सव जैसा है। हमें पूरा विश्वास है कि उनका नेतृत्व हमें आगामी चुनावों में सफलता की ओर ले जाएगा।”
तेजस्वी ने हाल ही में आयोजित राज्य परिषद की बैठक की भी याद दिलाई, जहां लालू प्रसाद ने कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के संकल्प के साथ मैदान में उतरें।
घोषणा औपचारिक, जल्द होगी पुष्टि: चित्तरंजन गगन
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन, जो पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के सहायक निर्वाचन अधिकारी भी हैं, ने बताया कि लालू प्रसाद के निर्विरोध पुनः अध्यक्ष बनने की औपचारिक घोषणा उचित समय पर की जाएगी।
राजद की नींव और लालू यादव की विरासत
1997 में जनता दल में विभाजन के बाद लालू प्रसाद ने राजद की नींव रखी थी। तब से वे पार्टी के सबसे प्रभावशाली नेता और अध्यक्ष बने हुए हैं। जेल यात्रा, चारा घोटाले के मुकदमे, स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के बावजूद लालू यादव की राजनीतिक पकड़ और जनाधार आज भी पार्टी में मजबूत बना हुआ है।
राजद के इस आंतरिक चुनाव को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां पार्टी अपने गठबंधन के साथ सत्ता में वापसी की उम्मीद रखती है।