जमुई में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प मामले में तीन थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी करके खुशबू पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है। खुद को हिंदू शेरनी कहने वाली खुशबू पांडेय पर भड़काऊ भाषण देने और आपत्तिजनक नारेबाजी करने का आरोप है। खुशबू पांडेय को भारी पुलिस बल के साथ सोमवार की रात करीब 9 बजे गिरफ्तार किया गया।
खुशबू पांडेय पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप
पुलिस के अनुसार, खुशबू पांडेय पर झाझा थाना क्षेत्र के बलियाडीह गांव में दो समुदायों के बीच हुए हिंसक झड़प के दौरान भड़काऊ भाषण देने और आपत्तिजनक नारेबाजी करने का आरोप है। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस टीम द्वारा खुशबू पांडेय का मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराया गया।
नगर परिषद जमुई के उपाध्यक्ष समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज
जमुई हिंसा मामले में बिहार पुलिस के एसआई नंदन राय द्वारा पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें खुशबू पांडेय के अलावा नगर परिषद जमुई के उपाध्यक्ष नीतीश कुमार सहित पांच लोग शामिल हैं। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों पर कड़ा एक्शन ले रही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल खुश्बू पांडेय रविवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने अपने दो दर्जन से अधिक सहयोगियों के साथ झाझा थाना क्षेत्र के बलियाडीह गांव गई थी, जहां से पाठ करने के बाद लौटने के दौरान मस्जिद के पास दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर पत्थराव भी हुआ था। तभी खुशबू पांडेय द्वारा भड़काऊ भाषण और आपत्तिजनक नारा लगाया गया था।
कई लोगों पर दर्ज की गई है एफआईआर
बता दें कि जमुई जिले में दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प में नगर परिषद के उपाध्यक्ष नीतीश कुमार सहित तीन लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया कि किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। हिंसक झड़प में कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त किया गया था। इस संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं जिनमें से एक में 41 नामजद और 50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरी प्राथमिकी में आठ नामजद और 50 से 60 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.