पुलवामा (जम्मू-कश्मीर)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में की गई है। तीनों पुलवामा जिले के ही निवासी थे।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
यह मुठभेड़ अवंतीपोरा सब-डिवीजन के त्राल के नादेर गांव में हुई, जहां भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, और सीआरपीएफ ने खुफिया इनपुट के आधार पर कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इस दौरान संदिग्ध गतिविधि देखने पर जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकवादी मारे गए।
48 घंटे में दूसरी मुठभेड़
इससे ठीक दो दिन पहले शोपियां जिले के केल्लर में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए थे। बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में तेजी देखी गई है।
संघर्ष विराम के बावजूद गोलीबारी
गौरतलब है कि 10 मई को भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम समझौते की घोषणा के बावजूद, उसी दिन जम्मू जिले के नगरोटा स्थित व्हाइट नाइट कोर मुख्यालय के पास आतंकियों ने संतरी चौकी पर गोलीबारी कर दी थी। भारत सरकार ने दोहराया है कि देश के भीतर किसी भी आतंकी घटना को युद्ध कार्रवाई के रूप में देखा जाएगा।
हालिया आतंकी घटनाएं
- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या की गई थी, जिनमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय शामिल थे।
- मारे गए एक आतंकी की पहचान शफी के रूप में हुई थी, जो 2024 में आतंकी संगठन में शामिल हुआ था और शोपियां के हीरपोरा में भाजपा सरपंच की हत्या में शामिल था।
सेना की चेतावनी
भारतीय सेना ने कहा है कि घाटी में आतंकवाद के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।