
“स्टार्टअप स्पार्क 2.0” कार्यक्रम में नवाचार उत्पादों का हुआ प्रदर्शन, चयनित उद्यमियों को वितरित किए गए चेक
पटना, 1 जुलाई 2025:बिहार सरकार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा है कि राज्य में स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए उद्योग विभाग हर संभव सहयोग करेगा। उन्होंने बिहार को वैश्विक स्तर पर स्टार्ट-अप हब के रूप में स्थापित करने की आवश्यकता जताते हुए राज्य के नवाचार प्रयासों की सराहना की।
मंत्री मिश्रा मंगलवार को विकास भवन सचिवालय स्थित उद्योग विभाग के सभागार में आयोजित “स्टार्टअप स्पार्क 2.0” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बिहार के नवोदित स्टार्टअप्स को एक ऐसा मंच प्रदान करना था, जहां वे अपने नवाचार उत्पादों का प्रदर्शन कर सकें और निवेशकों, मेंटर्स एवं उद्योग जगत के विशेषज्ञों से सीधे संवाद स्थापित कर सकें।
कार्यक्रम के दौरान स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड योजना के अंतर्गत चयनित उद्यमियों को चेक प्रदान किए गए। साथ ही “स्पार्क 2.0” में चयनित निवेश योग्य स्टार्टअप्स को भी पुरस्कृत किया गया।
इस आयोजन में पांच प्रमुख स्टार्टअप्स ने अपने अभिनव उत्पादों का प्रदर्शन किया, जिनमें शामिल हैं:
- भोजपट्टा एग्रीप्रेन्योर प्रा. लि. (नितीश कुमार): शून्य कार्बन उत्सर्जन ड्रायर
- क्रेडिटबकेट टेक्नोलॉजीज प्रा. लि. (सौरव सुमन): पेमेंट साउंडबॉक्स टूल्स
- हाइप्रो टेक प्रा. लि. (अभिषेक कुमार): सर्विलांस ड्रोन
- एआर ऑनलाइन सर्विस प्रा. लि. (अमन रंजन): वर्चुअल फैशन ऐप
- कंसेप्ट ऑफ सुपर फूड्स एलएलपी (श्रवण कुमार): मखाना आधारित खाद्य उत्पाद
स्टार्टअप स्पार्क 2.0 बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के अनुरूप एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उद्यमियों को मूल पूंजी, सहकार्य स्थल, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन उपलब्ध कराकर एक सशक्त स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।
कार्यक्रम का आयोजन बिहार राज्य वित्त निगम (बीएसएफसी) और आईआईटी पटना के इन्क्यूबेशन सेंटर के सहयोग से किया गया। इस दौरान स्टार्टअप्स के बीच आपसी संवाद, नेटवर्किंग और निवेश संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस अवसर पर उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, निदेशक मुकुल कुमार गुप्ता, हस्तशिल्प एवं रेशम निदेशक निखिल धनराज निप्पणीकर, तकनीकी विकास निदेशक शेखर आनंद और आईआईटी पटना के इन्क्यूबेशन प्रभारी प्रो. डॉ. सुधीर कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ उपस्थित रहे।