नई दिल्ली, 9 मई 2025:
भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान द्वारा किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया। भारतीय वायुसेना ने रूसी निर्मित S-400 ट्रायम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम का उपयोग कर पाकिस्तान के हर हमले को हवा में ही नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय पर हुई जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी शिविरों को टारगेट कर बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी।
भारत की रणनीतिक तैयारी और S-400 की भूमिका
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में मिसाइल और ड्रोन हमलों की कोशिश की गई, लेकिन भारत ने पहले से की गई निगरानी और अत्याधुनिक रक्षा तकनीक की मदद से इसे विफल कर दिया। इस पूरी प्रक्रिया में S-400 डिफेंस सिस्टम की भूमिका निर्णायक रही।
भारत ने अक्टूबर 2018 में लगभग 39,000 करोड़ रुपये की लागत से इस सिस्टम की 5 यूनिट का ऑर्डर रूस को दिया था। फिलहाल भारत के पास 3 यूनिट सक्रिय हैं, जबकि शेष दो यूनिट की आपूर्ति रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण विलंबित है।
क्या है S-400 ट्रायम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम?
S-400 ट्रायम्फ रूस द्वारा विकसित दुनिया का सबसे घातक और अत्याधुनिक सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल रक्षा तंत्र (SAM) है। इसकी प्रमुख विशेषताएं:
- रेंज: 400 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने की क्षमता
- स्पीड: 4.8 मैक (ध्वनि की गति से लगभग 5 गुना तेज)
- कवरेज: एक साथ 80 टारगेट पर नज़र और 36 लक्ष्यों पर एकसाथ हमला करने की क्षमता
- टारगेट: लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल समेत सभी हवाई खतरों को नष्ट करने में सक्षम
क्यों खास है यह सफलता?
यह पहला मौका है जब भारत ने S-400 सिस्टम का ऑपरेशनल इस्तेमाल करते हुए किसी दुश्मन हमले को विफल किया है। भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल रक्षा नहीं, बल्कि भारत की आक्रामक रणनीतिक सोच का भी प्रतीक है। इससे यह साफ हो गया है कि भारत अब सिर्फ जवाब देने वाला देश नहीं रहा, बल्कि वह पहलकदमी कर निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है।
भारतीय वायुसेना और रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई को देश की संप्रभुता की रक्षा और दुश्मन को कड़ा संदेश देने वाला कदम बताया है।
निष्कर्ष: भारत की बढ़ती रक्षा ताकत
S-400 जैसे आधुनिक हथियार प्रणाली का सफल उपयोग यह साबित करता है कि भारत की रक्षा तैयारी अब विश्व स्तरीय हो चुकी है। यह न सिर्फ वर्तमान खतरों से निपटने में सक्षम है, बल्कि भविष्य की रणनीतिक जरूरतों को भी पूरा करने की दिशा में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है।