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बिहार में जल्द खुलेगा इन्क्यूबेशन सेंटर, फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में आएगी नई क्रांति

ByRajkumar Raju

जून 30, 2024
Food Processing Machinery jpg

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के पूर्व डीडीजी  डॉ. एचपी सिंह ने राज्य में फूड प्रोसेसिंग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि फल और सब्जियों की विविधता को ध्यान में रखते हुए पैकेजिंग, ग्रेडिंग और प्राइमरी प्रोसेसिंग को बढ़ावा देना आवश्यक है। इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की घोषणा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीएस पांडेय ने की है।

गुरुवार को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के विद्यापति सभागार में आयोजित आम महोत्सव के उद्घाटन सत्र में,  डॉ. एचपी सिंह ने राज्य के आम उत्पादकों, वैज्ञानिकों और छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने आम की ब्रांडिंग और नर्सरी सिस्टम के माध्यम से इसके संरक्षण पर बल दिया। इस अवसर पर उन्होंने कुलपति से अनुरोध किया कि बिरौली में सेंटर ऑफ एक्सेलेंस खोलकर इस क्षेत्र के विकास को बढ़ावा दिया जाए।

कुलपति डॉ. पीएस पांडेय ने घोषणा की कि विश्वविद्यालय में जल्द ही फूड प्रोसेसिंग का इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किया जाएगा, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। उन्होंने कहा, “यह सेंटर किसानों को मूल्य संवर्द्धन, ग्रेडिंग और पैकेजिंग के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।” इस अवसर पर एनआरसी लीची के निदेशक डॉ. विकास दास और डीईई डॉ. एमएस कुंडू भी उपस्थित थे। डॉ. मयंक राय ने स्वागत भाषण दिया, डॉ. मथलेश कुमार सिंह ने संचालन किया और डॉ. उदित कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

सभा में उपस्थित अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों में डॉ. अम्बरीश कुमार, डॉ. पीपी श्रीवास्तव, डॉ. आरके झा, डॉ. आशीष कुमार पाण्डा, डॉ. रौशनी अग्निहोत्री, निदेशक बीज डॉ. डीके राय, डॉ. रामदत्त, डॉ. महेश कुमार, डॉ. शंकर झा, डॉ. एसके समीर, डॉ. नीलंाजय, डॉ. शिवेन्द्र कुमार और डॉ. कुमार राजवर्द्धन शामिल थे।