समस्तीपुर | क्राइम डेस्क | 6 मई 2025
NEET 2025 परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों को “मुन्नाभाई” बनाकर परीक्षा दिलाने वाले सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ समस्तीपुर पुलिस ने कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने दो सेटर्स को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक सरकारी कर्मचारी बताया जा रहा है। पकड़े गए आरोपियों के पास से परीक्षा से संबंधित दस्तावेज और 50 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में एक का नाम रामबाबू मल्लिक है, जो दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के रहमगंज काली मंदिर का रहने वाला है। दूसरा आरोपी डॉ. रंजीत कुमार, समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बेलसंडी ताड़ा पंचायत का निवासी है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस को कैसे लगी भनक?
5 मई को समस्तीपुर जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर NEET 2025 परीक्षा आयोजित की गई थी। कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन को लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट थी। इसी दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक कार (BR07AP/7233) में सवार संदिग्ध लोग परीक्षा केंद्रों के आस-पास घूमते नजर आए, जो फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलाने की फिराक में थे।
पुलिस कप्तान अशोक मिश्रा के निर्देश पर SIT (विशेष जांच दल) का गठन किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मोहनपुर पुल के पास कार को रोका और दो संदिग्धों को हिरासत में लिया।
कैसे करते थे सेटिंग?
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वे छात्रों की जगह फर्जी ‘स्कॉलर’ अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठाते थे। इसके लिए छात्रों से 2 से 5 लाख रुपये तक वसूले जाते थे। मोबाइल फोन और व्हाट्सएप चैट्स की जांच में यह भी सामने आया कि एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, हस्ताक्षर और फोटो का आदान-प्रदान कर परीक्षा में धांधली की जा रही थी।
पुलिस कर रही आगे की जांच
फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुफ्फसिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की है। मोबाइल में मिले दस्तावेजों की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है। इस कार्रवाई को पुलिस ने बड़ी कामयाबी माना है और इसे NEET परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने की दिशा में अहम कदम बताया है।