
भागलपुर, 28 जून:भागलपुर जिले से एक बेहद संवेदनशील मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की ने अपने पिता पर बार-बार यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि जब वह शिकायत लेकर महिला थाना पहुंची, तो तत्काल कार्रवाई नहीं हुई और चार घंटे बाद एफआईआर दर्ज की गई।
क्या है मामला?
नाबालिग ने आरोप लगाया है कि उसके पिता ने पिछले कई वर्षों से उसका शारीरिक शोषण किया है। आवेदन में पीड़िता ने बताया कि उसे डरा-धमकाकर और कभी-कभी मां को बेहोश कर उसके साथ गलत हरकतें की जाती थीं। उसने यह भी कहा कि विरोध करने पर उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।
पीड़िता ने पहले अपने ननिहाल परबत्ता जाकर मामला दर्ज करवाने की कोशिश की थी, लेकिन वहां से उसे भागलपुर भेज दिया गया। बाद में एक अधिवक्ता की मदद से महिला थाना पहुंचकर उसने अपनी बात रखी, जिसके बाद वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर मामला दर्ज हुआ।
एफआईआर में देरी की जांच
सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि एफआईआर में हुई देरी की जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि डीएसपी-2 राकेश कुमार को मामले की जांच सौंपी गई है और पीड़िता से बातचीत के बाद कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, मेडिकल परीक्षण समेत सभी कानूनी प्रक्रियाओं को अपनाया जाएगा।
आरोपी पिता की सफाई
उधर, पीड़िता के पिता ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि वे नेवी से रिटायर्ड हैं और उन्हें मिले 50 लाख रुपये के कारण यह साजिश रची गई है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी, बेटी और ससुराल पक्ष उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस की प्राथमिकता – निष्पक्ष जांच
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष और तथ्यात्मक जांच की जाएगी। पीड़िता की सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया का पूरी तरह पालन किया जाएगा। साथ ही एफआईआर में देरी को लेकर संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाएगा।
नोट: यह रिपोर्ट पीड़िता की गोपनीयता बनाए रखते हुए और कानून की मर्यादा में रहते हुए तैयार की गई है।