पटना, 05 अक्टूबर 2025: मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य में लगातार 3 दिनों से हो रही बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, सहरसा में आंधी के बाद पेड़ गिरने से एक वार्ड पार्षद की जान चली गई।
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार के ऊपर मानसून टर्फ लाइन गुजर रही है, जिसे बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है। तेज हवा, गरज-चमक और भारी बारिश की स्थिति 8 अक्टूबर तक बनी रह सकती है।
प्रभावित जिलों की स्थिति
- बेतिया: शहर पानी में डूबा, सड़कें तालाब में तब्दील, गली-मोहल्लों में 2-3 फीट तक पानी। बिजली के 100 से ज्यादा पोल उखड़ गए। आकाशीय बिजली से मां-बेटी की मौत।
- गोपालगंज: अमठा भुवन रेलवे क्रॉसिंग के पास एंबुलेंस डूबी, मरीज और चालक सुरक्षित। मकसूदपुर गांव में नहर का बांध टूटने से खेतों में पानी भर गया।
- रोहतास: बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात, 15 मकान गिर गए।
- सुपौल: थाने डूबे, बैरक और दरोगा के चैंबर में पानी घुसा।
- सहरसा: तेज आंधी में 4-5 झोपड़ियां उड़ गईं, सड़कों पर जलभराव।
- शिवहर और बक्सर: कई घरों की छतें गिरीं, लाखों की संपत्ति क्षतिग्रस्त।
अलर्ट का विवरण
- रेड अलर्ट वाले 10 जिलों: सुपौल, अररिया, मधुबनी सहित अन्य जिलों में 100mm से अधिक बारिश की संभावना। नदियों में उफान, जलभराव और खेतों में बाढ़ का खतरा।
- ऑरेंज अलर्ट वाले 5 जिलों: किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया आदि में 70-100mm तक बारिश की संभावना। पेड़ गिरने, बिजली गिरने और फसलों को नुकसान का खतरा।
- यलो अलर्ट वाले 23 जिलों: हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान।
पटना और आसपास: राजधानी पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, नालंदा, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर और जहानाबाद में दिनभर बादल छाए रहेंगे और रुक-रुक कर बारिश हो सकती है।
रिकॉर्ड तोड़ बारिश
- सिवान: 324.6 मिमी – इस साल की सबसे बड़ी बारिश।
- भोजपुर: 290.4 मिमी
- पूर्वी चंपारण: 250.4 मिमी
- रोहतास: 220.2 मिमी
- गोपालगंज: 177.6 मिमी
सात जिलों में भारी बारिश से बाढ़ और जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
तापमान में गिरावट
लगातार बारिश से राज्य के तापमान में गिरावट आई।
- पटना: 28°C (0.8°C की गिरावट)
- शेखपुरा: अधिकतम 32°C
- मोतिहारी: न्यूनतम 25.8°C
मौसम विभाग ने पश्चिमी बिहार में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम रहने और 9 अक्टूबर के बाद दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के कमजोर होने का संकेत दिया है।
