पटना/भागलपुर, 30 सितम्बर : भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR), विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित 9वें इंडिया इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल के अंतर्गत पहली बार कज़ाख़िस्तान की मशहूर 12 सदस्यीय महिला नृत्य टोली ‘Tumar’ बिहार आ रही है।
यह समूह 4 अक्टूबर 2025 को शाम 5 बजे बिहार संग्रहालय के एम्फीथिएटर में अपने पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देगा। यह कार्यक्रम बिहार संग्रहालय के बायनेल (Biennale) का हिस्सा है।
इस अवसर पर बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह मुख्य अतिथि होंगे और आईसीसीआर क्षेत्रीय निदेशक (पटना) स्वाधा रिज़वी (IFS) भी मौजूद रहेंगी।
आईसीसीआर की क्षेत्रीय निदेशक स्वाधा रिज़वी ने कहा,
“कज़ाख़ सांस्कृतिक समूह की यह यात्रा बिहार और कज़ाख़िस्तान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देगी और दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंध और मजबूत होंगे।”
‘Tumar’ समूह के बारे में
- ‘Tumar’ (कज़ाख़ भाषा में ताबीज/अमूल्य रक्षक चिन्ह) की स्थापना सितंबर 2018 में हुई थी।
- इसकी प्रमुख आकेरेके कैरातोवना मुसलिमोवा हैं।
- यह समूह कज़ाख़ नृत्य परंपरा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है।
- इनके कार्यक्रम लोक नृत्य, आधुनिक नृत्य और गहन भावनात्मक अभिव्यक्ति का अनूठा संगम माने जाते हैं।
- इनकी वेशभूषा और मंच सज्जा हमेशा मौलिकता और सांस्कृतिक प्रामाणिकता को दर्शाती है।
उपलब्धियां
इस नृत्य समूह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार और ग्रांड प्रिक्स खिताब जीते हैं, जिनमें दुबई, इस्तांबुल, अल्माटी, अस्ताना, तुर्की और जॉर्जिया जैसे देशों के फेस्टिवल शामिल हैं।
केवल मई 2025 में ही ‘Tumar’ ने Megapolis.kz अंतरराष्ट्रीय कला प्रतियोगिता में 1 सुपर ग्रांड प्रिक्स, 7 ग्रांड प्रिक्स, और सर्वश्रेष्ठ नृत्य नाट्य निर्माण का पुरस्कार जीता।
भारत दौरे की विशेषता
- ‘Tumar’ बिहार के अलावा झारखंड और देश के अन्य हिस्सों में भी अपनी प्रस्तुतियां देगा।
- यह प्रस्तुति न सिर्फ दर्शकों को मध्य एशिया की कला और संस्कृति से रूबरू कराएगी, बल्कि भारत–कज़ाख़िस्तान के सांस्कृतिक रिश्तों को भी और प्रगाढ़ बनाएगी।


