
भागलपुर, 28 जून 2025: बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारी के तहत भागलपुर में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान को गति देने के उद्देश्य से जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय वरीय अधिकारी एवं संबंधित विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे।
बीएलओ और सुपरवाइजर को किया गया सतर्क
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी प्रखंड स्तर पर आज ही बीएलओ सुपरवाइजर और बीएलओ के साथ बैठक करें, साथ ही जिला निर्वाचन कार्यालय से गणना प्रपत्र (इन्यूमरेशन फॉर्म) प्राप्त कर लें। इसके अतिरिक्त राजनीतिक दलों के साथ भी स्थानीय स्तर पर संवाद स्थापित करने को कहा गया, ताकि प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
घर-घर जाकर जानकारी संकलन का निर्देश
डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी बीएलओ एवं बीएलओ सुपरवाइजर घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी का संकलन करें, जिससे कि कोई पात्र व्यक्ति मतदाता सूची से वंचित न रह जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से जागरूकता फैलाने के लिए बैठकें आयोजित की जाएं, ताकि लोग आवश्यक दस्तावेज पहले से तैयार रखें।
अलग-अलग आयु वर्ग के मतदाताओं के लिए दस्तावेज मानक निर्धारित
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार विभिन्न आयु वर्ग के मतदाताओं के लिए अलग-अलग दस्तावेज की जरूरत होगी:
- 1 जुलाई 1987 से पहले जन्मे मतदाताओं के लिए:
सरकार/बैंक/डाकघर/एलआईसी/पीएसयू से जारी पहचान पत्र, बोर्ड या विश्वविद्यालय से प्राप्त शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, जाति प्रमाण पत्र या जमीन-आवास आवंटन प्रमाण पत्र मान्य होंगे। - 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2000 के बीच जन्मे मतदाताओं के लिए:
स्वयं के जन्म प्रमाण पत्र के साथ माता या पिता के जन्म से संबंधित प्रमाण पत्र जरूरी होगा। - 2 दिसंबर 2004 से अब तक जन्मे मतदाताओं के लिए:
मतदाता एवं माता-पिता दोनों का जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा।
बिहार में सबसे पहले शुरू हो रहा पुनरीक्षण अभियान
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार देशभर में मतदाता सूची दुरुस्त करने के लिए यह गहन पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को देखते हुए बिहार राज्य में यह कार्य सबसे पहले प्रारंभ किया जा रहा है।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के स्पष्ट और समयबद्ध निर्देशों के साथ यह अभियान अब रफ्तार पकड़ चुका है। प्रशासनिक तत्परता और जनभागीदारी के माध्यम से इस पुनरीक्षण कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।