भागलपुर, 10 जुलाई 2025:श्रद्धा, आस्था और परंपरा के महापर्व श्रावणी मेला 2025 का भव्य उद्घाटन 11 जुलाई को दोपहर 1:00 बजे सुल्तानगंज के नमामि गंगे घाट पर होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री — सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा — संयुक्त रूप से मेला का उद्घाटन करेंगे।
प्रशासन ने की तैयारियों को अंतिम रूप देने की कवायद
जिला प्रशासन भागलपुर द्वारा श्रावणी मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। प्रशासन की ओर से सुरक्षा, स्वच्छता, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा और कांवरियों की सुगम यात्रा को लेकर व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं।
मुख्य अतिथि व विशिष्ट गणमान्य
इस आयोजन की अध्यक्षता बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी करेंगे। वहीं, अति विशिष्ट अतिथियों के रूप में बिहार सरकार के कई कैबिनेट मंत्री उपस्थित रहेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- संतोष कुमार सिंह, प्रभारी मंत्री भागलपुर एवं श्रम संसाधन मंत्री
- नितिन नवीन, पथ निर्माण मंत्री
- राजू कुमार सिंह, पर्यटन मंत्री
- मोतीलाल प्रसाद, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री
- जीवेश कुमार, नगर विकास एवं आवास मंत्री
- नीरज कुमार सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री
सांसदों और विधायकों की भी गरिमामयी उपस्थिति
उद्घाटन समारोह में भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल और बांका के सांसद गिरिधारी यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा बिहार विधान परिषद के सदस्यों — डॉ. एन. के. यादव, डॉ. संजीव कुमार सिंह और विजय कुमार सिंह — की भी उपस्थिति रहेगी।
विधानसभा प्रतिनिधियों की सहभागिता
उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने वाले विधायकगण में शामिल हैं:
- ललित नारायण मंडल (सुल्तानगंज)
- नरेंद्र कुमार नीरज (गोपालपुर)
- अजीत शर्मा (भागलपुर)
- कुमार शैलेंद्र (बिहपुर)
- ललन कुमार (पीरपैंती)
- पवन कुमार यादव (कहलगांव)
- अली अशरफ सिद्दीकी (नाथनगर)
स्थानीय निकाय प्रतिनिधि भी होंगे शामिल
जिला एवं नगर स्तर के जनप्रतिनिधियों में जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन यादव, सुल्तानगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू और उपसभापति नीलम देवी समेत अन्य अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।
कांवरियों के स्वागत को तैयार सुल्तानगंज
श्रावणी मेला के शुभारंभ के साथ ही देशभर से लाखों कांवरियों का आगमन शुरू हो जाएगा, जो सुल्तानगंज की उत्तरवाहिनी गंगा से गंगाजल भरकर बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर की 105 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे।
भागलपुर जिला प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए श्रद्धा और अनुशासन के साथ इस धार्मिक यात्रा का हिस्सा बनें।
यह आयोजन बिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का प्रतीक है, जो समरसता, आस्था और जनसहभागिता की मिसाल पेश करता है।
