पटना। राजधानी पटना के बिहटा में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय के परिसर में स्थायी संरचनाओं का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 25 एकड़ भूमि पर 287.52 करोड़ रुपये की लागत से इस आधुनिक एसडीआरएफ मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा कराया जा रहा है।
परिसर में प्रशासनिक भवन, क्वार्टर मास्टर स्टोर, बैरक, ऑफिसर्स मेस, कमांडेंट और डिप्टी कमांडेंट आवास, जवानों के लिए आवासीय परिसर, हॉस्टल, डाइनिंग हॉल, क्यूआरटी भवन समेत कई आधुनिक भवनों का निर्माण पूरा कर लिया गया है।
इसके साथ ही प्रेक्षा गृह सह फिटनेस सेंटर, डॉक्टर आवास और निरीक्षक-उप निरीक्षक आवास का कार्य भी तेजी से हो रहा है। परिसर में राष्ट्रीय स्तर का आधुनिक स्विमिंग पूल भी तैयार किया जा रहा है, ताकि जवानों को बाढ़ राहत व जल आपदा प्रबंधन में विशेष प्रशिक्षण मिल सके।
जुलाई 2025 तक पूर्णता का लक्ष्य
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने जानकारी दी कि अधिकांश भवनों का निर्माण पूरा हो चुका है और शेष कार्य जुलाई 2025 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से बिहार की आपदा प्रबंधन व्यवस्था को नया आयाम मिलेगा। गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्माण स्थल का नियमित निरीक्षण और निगरानी भी की जा रही है।
स्थानीय समुदाय भी होंगे प्रशिक्षित
अभी तक एसडीआरएफ मुख्यालय अस्थायी रूप से बिहटा के दिलावरपुर में संचालित हो रहा है। प्रशिक्षण केंद्र की कमी के कारण जवानों को अन्य राज्यों में प्रशिक्षण के लिए भेजना पड़ता था, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती थी। इस नए आधुनिक परिसर के निर्माण से न सिर्फ जवानों को बेहतर प्रशिक्षण सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित किया जाएगा।
यह परियोजना राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।