
भागलपुर, 12 जून 2025।बिहार में बढ़ती बेरोजगारी और रोजगार की तलाश में युवाओं के पलायन के विरोध में आज बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के निर्देशानुसार भागलपुर में जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस आंदोलन का नेतृत्व भागलपुर के माननीय विधायक अजीत शर्मा और जिला कांग्रेस अध्यक्ष परवेज जमाल ने किया।
विशाल जुलूस और नारेबाजी
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विशाल जुलूस भागलपुर के विधायक आवास स्थित कांग्रेस कैम्प कार्यालय से निकलकर समाहरणालय के मुख्य द्वार तक पहुंचा। इस दौरान नौजवानों और महिलाओं ने रोजगार से जुड़ी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों के हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां और पोस्टर भी नजर आए।
विधायक ने सरकार को घेरा
इस मौके पर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि बिहार में लाखों पद रिक्त होने के बावजूद सरकार रोजगार उपलब्ध कराने में नाकाम है। बेरोजगारी के कारण हर साल लाखों नौजवान दूसरे प्रदेशों में पलायन को मजबूर हैं और वहां उन्हें उपेक्षापूर्ण व्यवहार झेलना पड़ता है। उन्होंने इसे युवाओं के साथ अन्याय बताया।
‘माई बहन मान योजना’ का ऐलान
विधायक शर्मा ने कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित ‘माई बहन मान योजना’ का जिक्र करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर बिहार की प्रत्येक महिला को ₹2500 प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए बड़े पैमाने पर निबंधन अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने इसे महिलाओं को आर्थिक संबल देने वाला क्रांतिकारी कदम बताया।
ज्ञापन सौंपा
प्रदर्शन के बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जिला पदाधिकारी से मिलकर राज्यपाल बिहार के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें राज्य में रोजगार सृजन, रिक्त पदों की शीघ्र बहाली और महिला सशक्तिकरण की मांग रखी गई।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता
इस कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष परवेज जमाल, प्रदेश प्रतिनिधि डॉ. अभय आनंद, महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती कोमल सृष्टि, जिला इंटक अध्यक्ष रवि कुमार, युवा कांग्रेस प्रभारी ज्योतिष एच.एम., युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, नगर कांग्रेस अध्यक्ष सोईन अंसारी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
प्रदर्शन के दौरान महिला कांग्रेस समन्वयक ज्योति कुमारी यादव, आरती सिंह, अर्चना सिंह, खुशबू कुमारी, सौरभ पारीक, पार्षद नंद गोपाल, जाबीर अंसारी, सैफुल्ला अंसारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही। प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस के तेवर स्पष्ट रूप से आक्रामक दिखे।