पटना, 03 मई 2025 – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (पीएमसीएच) के बहुप्रतीक्षित पुनर्विकास परियोजना (फेज़-1) के अंतर्गत 1117 बिस्तरों वाले नवनिर्मित अस्पताल भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने अस्पताल परिसर में सुविधाओं का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि मार्च 2027 तक इस परियोजना का कार्य पूर्ण कर पीएमसीएच को देश का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनाने का लक्ष्य है। वर्तमान में यह परियोजना 5462 बिस्तरों वाले विश्वस्तरीय अस्पताल के निर्माण की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है।
प्रमुख घोषणाएँ और कार्य:
- 1117 बेड वाला अस्पताल भवन अब मरीजों की सेवा में उपलब्ध।
- अस्पताल भवन के टावर A और I का उद्घाटन।
- मरीजों के लिए आईसीयू, ट्रॉमा सेंटर, कैथ लैब, ऑक्सीजन प्लांट, मॉड्यूलर ओटी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएँ।
- जेपी गंगा पथ और डबल डेकर रोड से पीएमसीएच को जोड़ने की योजना।
- पूरी परियोजना के बाद राज्य के मरीजों को बाहर इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
2500 बेड के नए विस्तार की योजना
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि बिहार के अन्य मेडिकल कॉलेजों में 2500 बिस्तरों का विस्तार किया जा रहा है। इस क्रम में:
- दरभंगा में 1360 बेड
- गया में 1067 बेड
- भागलपुर में 1210 बेड
- मुजफ्फरपुर में 1205 बेड
- नालंदा में 870 बेड
इनके अतिरिक्त अन्य जिलों में भी बिस्तरों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की जा रही है।
निर्माण प्रगति और समयसीमा
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि पीएमसीएच पुनर्विकास परियोजना को तय समय-सीमा में पूरा किया जाए ताकि मरीजों को शीघ्र आधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ मिल सकें।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, जल संसाधन मंत्री, पथ निर्माण मंत्री समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।