पटना।बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा आयोजित मद्य निषेध विभाग के अवर निरीक्षक (दारोगा) पद की लिखित परीक्षा में रविवार को कदाचार और फर्जीवाड़े के गंभीर मामले सामने आए। पटना के शास्त्रीनगर और कंकड़बाग थाना क्षेत्रों से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक परीक्षा वीक्षक और एक फर्जी परीक्षार्थी शामिल है।
प्रश्न पत्र लीक का प्रयास:
शास्त्रीनगर स्थित केबी सहाय हाई स्कूल केंद्र पर ड्यूटी में तैनात वीक्षक नीतीश कुमार को एक परीक्षार्थी को नकल कराते हुए पकड़ा गया। जांच के दौरान उसके पास से एक स्मार्टफोन बरामद हुआ, जिससे वह परीक्षा प्रश्नपत्र की तस्वीर लेकर किसी को भेजने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़कर गिरफ्तार कर लिया और इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार:
वहीं, कंकड़बाग थाना क्षेत्र के चिरैयाटांड़ स्थित राजकीयकृत उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र पर एक युवक सुजीत कुमार को पकड़ा गया, जो असली अभ्यर्थी आशीष गौरव की जगह परीक्षा दे रहा था। पूछताछ में पता चला कि सुजीत गया जिले के टेकारी का निवासी है। उसे गिरफ्तार कर कंकड़बाग थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जांच जारी:
दोनों मामलों में शास्त्रीनगर और कंकड़बाग पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं और परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परीक्षा विवरण:
बता दें कि मद्य निषेध विभाग के दारोगा पद के लिए बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा रविवार, 18 मई को राज्य के छह जिलों—पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया—में कुल 105 परीक्षा केंद्रों पर लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। 28 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में कुल 64,690 अभ्यर्थियों में से लगभग 67% परीक्षार्थी शामिल हुए।