
भागलपुर | 2 जुलाई 2025 : भागलपुर-गोराडीह मार्ग पर स्थित बौंसी रेलवे लाइन पुल संख्या दो के पास रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) और पहुंच पथ के निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस परियोजना के तहत सड़क के दोनों ओर भूमि अधिग्रहण की तैयारी ने वार्ड 48 और 49 के स्थानीय निवासियों की चिंता बढ़ा दी है।
स्थानीयों की बैठक में उठी आवाज
बौंसी के एक विवाह भवन में आयोजित बैठक में स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे पर चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता पूर्व पार्षद रामाशीष मंडल ने की। इस दौरान बिहार पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता ज्ञान चंद्र दास भी मौजूद थे।
इंजीनियर दास ने बताया कि पुल और उसके संपर्क मार्ग के लिए करीब 70 फीट चौड़ाई में भूमि की आवश्यकता होगी। पहले यह देखा जाएगा कि कितनी जमीन सरकारी है, उसके बाद जरूरत पड़ने पर निजी भूमि अधिग्रहण कर उचित मुआवजा दिया जाएगा।
स्थानीयों की मांग: पहले मुआवजा और पारदर्शिता
स्थानीय लोगों ने अधिकारियों के समक्ष कई सुझाव और आपत्तियां रखीं:
- भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए और पुल निर्माण शुरू करने से पहले मुआवजा दिया जाए।
- पहले सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया जाए।
- पुल का पाया (पिलर) सड़क के बीचोंबीच बने ताकि दोनों ओर से समान रूप से भूमि अधिग्रहण हो।
- पूर्व में किए गए पीडब्ल्यूडी सर्वे और सड़क चौड़ीकरण को ध्यान में रखा जाए, जो 1976 के नक्शे में दर्ज नहीं है।
- पुल की लंबाई कम रखी जाए और निर्माण कार्य केवल आवश्यकता अनुसार हो, जिससे कम से कम परिवार विस्थापित हों।
पारदर्शी प्रक्रिया की मांग
स्थानीयों ने अधिकारियों से मांग की कि पूरी प्रक्रिया संतुलित, पारदर्शी और मानवतावादी दृष्टिकोण से पूरी की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे पुल निर्माण के विरोध में नहीं हैं, लेकिन निर्माण कार्य से स्थानीय जनजीवन और संपत्ति पर न्यूनतम प्रभाव डाला जाए।