
भागलपुर/नवगछिया | 2 जुलाई 2025: नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। भवानीपुर निवासी 60 वर्षीय अनिता देवी, पति अशोक पासवान, को हार्ट अटैक की आशंका के बाद रविवार रात आपातकालीन सेवा (इमरजेंसी) में लाया गया, लेकिन परिजनों का आरोप है कि उस समय अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था।
112 नंबर पर बुलानी पड़ी पुलिस
परिजनों ने बताया कि वे कई बार डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को आवाज लगाते रहे, लेकिन किसी की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मरीज की हालत बिगड़ती देख उन्होंने 112 नंबर डायल कर पुलिस को बुलाया। सुरक्षा गार्ड ने भी पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने के बाद ही डॉक्टर पहुंचे और मरीज को प्राथमिक उपचार देकर भागलपुर मायागंज मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया।
वीडियो वायरल, अस्पताल पर लापरवाही का आरोप
परिजनों ने अस्पताल परिसर की वीडियो क्लिपिंग वायरल की है, जिसमें अफरा-तफरी का माहौल और उनकी नाराजगी साफ़ देखी जा सकती है। लोगों ने इस घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
अस्पताल प्रबंधन ने खारिज किए आरोप
हालांकि, नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. पिंकेश कुमार ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि डॉ. अफजल इमरजेंसी ड्यूटी पर थे और वे स्वयं भी अस्पताल परिसर में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मरीज को ऑक्सीजन देकर परिजनों की मौजूदगी में ही रेफर किया गया।
डॉ. कुमार ने आगे कहा कि अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज और ड्यूटी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि किस समय कौन कहां मौजूद था।
इलाज के दौरान मायागंज में हुई मौत
रेफर किए जाने के बाद अनिता देवी की मौत मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। इस दुखद घटना ने नवगछिया अस्पताल की आपात सेवा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों और स्थानीय लोगों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।