
अदानी, जेएसडब्ल्यू, टॉरेंट और बजाज समूह की कंपनियों ने दिखाई रुचि; कुल लागत ₹21,400 करोड़
पटना, 28 जून।बिहार अब ऊर्जा क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। भागलपुर जिले के पीरपैंती में राज्य का पहला पूरी तरह निजी निवेश से विकसित होने वाला थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित होने वाला है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग ₹21,400 करोड़ आंकी गई है। राज्य सरकार की ओर से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और देश की चार प्रमुख कंपनियाँ इसमें भाग लेने को तैयार हैं।
चार बड़ी कंपनियाँ दौड़ में
- अदानी पॉवर
- जेएसडब्ल्यू इनर्जी
- टॉरेंट पॉवर
- बजाज समूह की ललित पॉवर
बोलियों (बिड) के लिए अंतिम तारीखें:
- बिड दस्तावेजों की बिक्री: 2 जुलाई तक
- तकनीकी बिड खोलने की तिथि: 11 जुलाई
- वित्तीय बिड खोलने की तिथि: 16 जुलाई
- एलओए (कार्यादेश पत्र): चयन के 30 दिन के भीतर जारी
प्रोजेक्ट की संरचना
विशेषता | विवरण |
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कुल स्थापित क्षमता | 2400 मेगावॉट (800×3 यूनिट) |
जमीन अधिग्रहण | 1203 एकड़ (पूरा अधिग्रहण हो चुका) |
कोयला आवश्यकता | प्रति वर्ष 10.43 मिलियन टन |
कोयला आपूर्ति स्रोत | इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) |
जल स्रोत प्रस्तावित | गंगा नदी (60 क्यूसेक जलापूर्ति) |
नोडल एजेंसी | बिहार स्टेट पॉवर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (BSPGCL) |
बिजली आपूर्ति और बाजार लाभ
- यह पॉवर प्लांट बिहार की दोनों वितरण कंपनियों —
उत्तर बिहार पॉवर वितरण कंपनी लिमिटेड (NBPDCL)
एवं दक्षिण बिहार पॉवर वितरण कंपनी लिमिटेड (SBPDCL) को बिजली सप्लाइ करेगा। - अतिरिक्त बिजली ओपन मार्केट में बेची जाएगी, जिससे:
- कृषि क्षेत्र को बल मिलेगा
- उद्योगों को निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित होगी
- राज्य की राजस्व आय में इजाफा होगा
नीति व निर्णय पृष्ठभूमि
इस प्रोजेक्ट को कैबिनेट की मंजूरी 4 फरवरी 2025 को दी गई थी। राज्य सरकार की मंशा है कि यह पायलट प्रोजेक्ट अन्य निजी निवेशकों के लिए भी प्रेरणा बने और ऊर्जा उत्पादन में बिहार आत्मनिर्भर बने।
बिहार के ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल
पीरपैंती थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट न केवल राज्य के ऊर्जा संकट को दूर करने में सहायक होगा, बल्कि यह निजी क्षेत्र के साथ मजबूत साझेदारी की मिसाल भी बनेगा। यह परियोजना बिहार के औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और निवेश वातावरण को सकारात्मक दिशा देने में एक निर्णायक भूमिका निभाएगी।