
पटना, 4 जुलाई।बिहार में मोहर्रम के अवसर पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक तैयारी कर ली है। राज्य के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) पंकज दाराद ने शुक्रवार को बताया कि इस साल बिहार में 13719 लाइसेंसी ताजिया जुलूस निकाले जाएंगे। इन सभी जुलूसों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और हर जिले में कंट्रोल रूम सक्रिय रहेंगे।
संवेदनशील जिलों में विशेष सतर्कता
राज्य के सीतामढ़ी, कटिहार, पूर्णिया, गोपालगंज, शिवहर, बांका, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, रोहतास, पटना और मधुबनी जिलों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इन जिलों में हर साल साम्प्रदायिक तनाव की घटनाएं देखने को मिलती हैं, विशेष रूप से जबरन चंदा वसूली को लेकर। प्रशासन ने इस बार इन पर रोक लगाने के लिए फुलप्रूफ योजना बनाई है।
डीजे पूरी तरह प्रतिबंधित, वीडियोग्राफी अनिवार्य
एडीजी दाराद ने बताया कि इस बार सभी जुलूसों की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी। साथ ही, डीजे के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। किसी भी जुलूस को बिना अनुमति के निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस की मौजूदगी में ही सभी जुलूस संचालित होंगे।
1230 सब-इंस्पेक्टर तैनात, सोशल मीडिया पर भी नजर
राज्यभर में 1230 सब-इंस्पेक्टरों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अफवाह या भड़काऊ कंटेंट फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि गैर-जिम्मेदाराना पोस्ट, अफवाह या भड़काऊ संदेश फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शांति और सौहार्द की अपील
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पंकज दाराद ने आम जनता से अपील की कि वे धार्मिक सहिष्णुता और भाईचारे को बनाए रखें, किसी भी अफवाह या उकसावे से दूर रहें और प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा:
“प्रशासन पूरी तरह तैयार है। यदि किसी प्रकार की घटना होती है तो संबंधित जिले के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लाएंगे।”
मुख्य बिंदु (ग्राफिक डाटा के लिए)
- कुल लाइसेंसी ताजिया जुलूस: 13719
- ऑन ड्यूटी सब-इंस्पेक्टर: 1230
- हर जिले में कंट्रोल रूम सक्रिय
- हर जुलूस की वीडियोग्राफी अनिवार्य
- डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध
- सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी