
पटना, 5 जून 2025।सिख इतिहास, संस्कृति और विरासत को समर्पित ‘प्रकाश पुंज’ पार्क क्षेत्र का सौंदर्यीकरण कार्य अब पूर्ण हो चुका है। पटना साहिब स्थित ‘गुरु का बाग’ के पास 10 एकड़ क्षेत्र में विकसित यह स्थल अब सिख श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक नया केंद्र बन गया है।
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा इस क्षेत्र में तालाब का जीर्णोद्धार, सुंदर लैंडस्केपिंग, सजावटी लाइटिंग और हरियाली बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर बागवानी की गई है। पूरे इलाके को और अधिक रमणीय और दर्शनीय बनाने के लिए कई नवाचार किए गए हैं।
इन सुविधाओं का हुआ विकास
- तालाब के चारों ओर मोरम परिक्रमा पथ का निर्माण
- नौका विहार के लिए जेटी का निर्माण
- सौर ऊर्जा से संचालित डेकोरेटिव लाइटिंग
- आधुनिक शौचालय इकाई
- वॉच टावर का निर्माण कार्य प्रगति पर
- भविष्य में नौका विहार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी
अब तक इस परियोजना के द्वितीय चरण में 9.49 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। आने वाले समय में पर्यटकों की सुविधा और विरासत संरक्षण को ध्यान में रखते हुए और भी विकास कार्य किए जाएंगे।
सिख इतिहास का भव्य प्रतीक
‘प्रकाश पुंज’ परिसर में गुरु गोविंद सिंह जी के चार पुत्रों — अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह के सम्मान में चार प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त परिसर में पांच गोलाकार संरचनाएं बनाई गई हैं, जिनके नाम प्रमुख सिख तीर्थस्थलों हेमकुंड साहिब, पांवटा साहिब, नांदेड़ साहिब, केशगढ़ साहिब और पटना साहिब पर रखे गए हैं।
इन गोलाकार संरचनाओं पर इन गुरुद्वारों की लघु प्रतिकृतियां उकेरी गई हैं, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सिख धर्म की समृद्ध परंपरा और विरासत से परिचित कराती हैं।
प्रेरणादायी संग्रहालय भी आकर्षण का केंद्र
पार्क परिसर में एक संग्रहालय भी स्थापित किया गया है, जिसमें गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन, शिक्षा और ऐतिहासिक कार्यों को चित्रों, वस्तुओं और डिजिटल माध्यमों के जरिए जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह संग्रहालय गुरु जी की वीरता, बलिदान और आदर्शों को लोगों तक पहुंचाने का काम करेगा।