पटना, 1 नवंबर 2025।बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से चुनावी माहौल के बीच अपराध बढ़ रहे हैं, वह अत्यंत गंभीर और चिंताजनक है।
अश्विनी चौबे ने कहा —
“चुनावी प्रक्रिया के दौरान जिस प्रकार से आपराधिक घटनाएँ सामने आ रही हैं, यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक संकेत है। चुनाव आयोग और प्रशासन को तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व जानबूझकर राज्य की शांति और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। चौबे ने कहा कि विभिन्न जिलों में प्रत्याशियों पर हमले की घटनाएँ लोकतंत्र पर सीधा हमला हैं।
“लोकतंत्र में हिंसा, हत्या या अराजकता का कोई स्थान नहीं है — यह पूरी तरह अस्वीकार्य है और बर्दाश्त के बाहर है,” उन्होंने कहा।
“सभी प्रत्याशियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे प्रशासन”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रशासन से मांग की कि सभी प्रत्याशियों और जनप्रतिनिधियों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि कोई भी नापाक मंसूबा सफल न हो सके और चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।
उन्होंने कहा कि मतदाताओं को निर्भय होकर मतदान करने का माहौल मिलना चाहिए। इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी।
जयप्रकाश नारायण के आदर्शों का स्मरण करने की अपील
अश्विनी चौबे ने इस अवसर पर सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की शिक्षाओं को याद करने की अपील की। उन्होंने कहा —
“जयप्रकाश जी कहा करते थे कि राजनीति में वाक्-युद्ध हो सकता है, मतभेद हो सकते हैं, किंतु मनभेद नहीं। राजनीति में शुचिता और संवेदनशीलता आवश्यक है — चाहे वह भाषा की मर्यादा हो या आचरण की गरिमा।”
उन्होंने कहा कि आज के दौर में बिहार की राजनीति को इन्हीं आदर्शों के आलोक में आत्ममंथन करने की जरूरत है, ताकि लोकतंत्र की गरिमा अक्षुण्ण रह सके।