जहानाबाद | विशेष संवाददाता
पटना से गुजरात जा रही बिहार STF की टीम की गाड़ी मध्य प्रदेश के रतलाम के समीप एक भीषण सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई थी, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। इन्हीं में से एक थे जहानाबाद जिले के निवासी विकास कुमार, जिनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा, पूरा इलाका शोक में डूब गया।
गांव की सीमा में प्रवेश करते ही लोगों की आंखें नम हो गईं। रास्ते भर लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खड़े हुए और फूल बरसाकर शहीद को अंतिम विदाई दी। “भारत माता की जय” और “विकास कुमार अमर रहें” के नारों से वातावरण गूंज उठा।
राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम सलामी
शहीद विकास कुमार को उनके गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। मौके पर डीएम अलंकृता पांडेय, एसपी अरविंद प्रताप सिंह, एसडीएम राजीव रंजन, एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह समेत कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस बल ने शहीद को सलामी दी और श्रद्धांजलि अर्पित की।
एक महीने में दूसरा बड़ा आघात
शहीद विकास कुमार के परिवार के लिए यह एक महीने में दूसरा बड़ा आघात है। उनके भतीजे ने बताया कि करीब एक महीने पहले ही विकास कुमार के पिता का निधन हुआ था, जिनके श्राद्ध कर्म अभी 15 दिन पहले ही संपन्न हुए थे। उसके बाद ही विकास ड्यूटी पर लौटे थे और अब देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
शहीद की यह वीरगाथा पूरे जिले के लिए गर्व की बात है, लेकिन साथ ही उनके असमय चले जाने का दुख हर एक नागरिक को साल रहा है। स्थानीय प्रशासन से लेकर आम जनता तक, हर किसी की आंखें नम थीं।