पटना – दो साल पहले फुलवारी शरीफ PFI टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद अब एक बार फिर से यहां देशविरोधी गतिविधियों की आहट मिली है। इस बार मामला ‘ग्रीन ब्रीड’ नामक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा है। यूपी और बिहार की ATS की संयुक्त कार्रवाई में पटना के ग्यास नगर इलाके से एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। जांच के बाद फिलहाल उसे छोड़ दिया गया है, लेकिन 6 मई को लखनऊ ATS ऑफिस में पेश होने का नोटिस दिया गया है।
क्या है ‘ग्रीन ब्रीड’ ग्रुप?
ATS सूत्रों के मुताबिक, यह ग्रुप देशविरोधी गतिविधियों और कट्टरपंथी विचारधारा के प्रचार से जुड़ा हुआ है। इस ग्रुप का खुलासा तब हुआ जब गाजियाबाद से दो संदिग्ध – सम्मी और खालिद – को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि ग्यास नगर, पटना का एक युवक भी इस ग्रुप का सदस्य है।
मोबाइल से मिले चौंकाने वाले सुराग
ATS ने जब युवक के मोबाइल की जांच की, तो उसमें:
- फिलिस्तीन से जुड़े भड़काऊ वीडियो
- संदिग्ध क्यूआर कोड
- व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ी जानकारी
पाई गई। प्राथमिक जांच में पता चला कि इसी क्यूआर कोड के जरिए प्रतिबंधित संगठन को करीब 7500 रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
भारी पुलिस बल के साथ छापेमारी
शनिवार दोपहर करीब 3 बजे, 8-10 पुलिस वाहनों के साथ ATS की टीम ने ग्यास नगर को घेर लिया। मोहम्मद सेराज के बेटे को हिरासत में लेकर फुलवारी शरीफ थाना ले जाया गया। वहां लगभग 6 घंटे की पूछताछ के बाद देर रात उसे बॉन्ड भरवाकर छोड़ दिया गया।
नाबालिग की पारिवारिक पृष्ठभूमि
परिजनों के अनुसार, युवक हाल ही में इंटर की परीक्षा देकर अलीगढ़ में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। रविवार को उसकी प्रवेश परीक्षा भी थी। परिजनों ने कहा कि वह ज़्यादातर समय पढ़ाई में ही व्यस्त रहता है और मोबाइल का उपयोग शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए करता है।
ATS की जांच अभी जारी
हालांकि अब तक कोई स्पष्ट भड़काऊ सामग्री बरामद नहीं हुई है, लेकिन ATS ने युवक का मोबाइल जब्त कर लिया है और उसकी ऑनलाइन गतिविधियों की गहराई से जांच की जा रही है। फिलहाल ATS पूरे नेटवर्क की कड़ी दर कड़ी पड़ताल कर रही है।
स्थानीय लोग और परिवार चिंतित
इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं स्थानीय लोग और परिजन इस बात से हैरान हैं और युवक की बेगुनाही की मांग कर रहे हैं।
निष्कर्ष: फुलवारी शरीफ एक बार फिर देशविरोधी गतिविधियों की जद में आ गया है। ATS की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी निगाह रख रही हैं। हालांकि, अब सभी की नजरें ATS की आगे की जांच और 6 मई को होने वाली पेशी पर टिकी हैं।
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