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NEET UG 2025 में गड़बड़ी का आरोप, बिहार का मास्टरमाइंड गिरफ्तार – फिर बदनाम हुआ बिहार!

ByLuv Kush

मई 5, 2025
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भुवनेश्वर/बिहार | 5 मई 2025: मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2025 में एक बार फिर पेपर घोटाले की गूंज सुनाई दी है। इस बार भी गड़बड़ी का कनेक्शन बिहार से जुड़ता नजर आ रहा है। ओडिशा पुलिस ने भुवनेश्वर में कार्रवाई करते हुए एक इंटरस्टेट गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक आरोपी बिहार का निवासी है।

गिरफ्तार हुआ बिहार का मास्टरमाइंड

गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के औरंगाबाद निवासी अरविंद कुमार को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इसके अलावा झारखंड के प्रियदर्शी कुमार, ओडिशा के सुनील सामंत्रया और रुद्र नारायण बेहरा को भी पकड़ा गया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ये गिरोह NEET के अभ्यर्थियों से मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की डील करता था।

डमी कैंडिडेट बैठाने की थी योजना

भुवनेश्वर के पुलिस कमिश्नर एस देव दत्ता सिंह के अनुसार, आरोपियों के पास से 90 लाख रुपये का चेक और एक ब्लैंक चेक बरामद किया गया है। इससे यह स्पष्ट है कि सौदा करोड़ों में हुआ था। आरोप है कि ये लोग असली कैंडिडेट्स की जगह डमी कैंडिडेट्स को एग्जाम में बैठाने की योजना बना रहे थे।

20 से 30 लाख रुपये लेते थे प्रति छात्र

कमिश्नर ने बताया, “ये लोग प्रत्येक छात्र से 20 से 30 लाख रुपये वसूलते थे। राशि किश्तों में ली जाती थी और इसमें स्थानीय स्काउट्स की भी भूमिका रहती थी, जिन्हें 4-5 लाख रुपये दिए जाते थे।” आरोपियों को परीक्षा से ठीक एक दिन पहले, शनिवार को गिरफ्तार किया गया।

माता-पिता भी हो सकते हैं आरोपी

जांच अधिकारियों का मानना है कि कुछ मामलों में अभ्यर्थियों के माता-पिता भी इसमें सक्रिय रूप से शामिल थे। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर माता-पिता की संलिप्तता पाई जाती है, तो उन्हें सह-साजिशकर्ता मानते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

एक बार फिर बिहार पर ‘धब्बा’

यह पहली बार नहीं है जब नीट जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में बिहार का नाम इस तरह बदनाम हुआ हो। पिछली बार भी बिहार के संजीव मुखिया को इस तरह की साजिश का मास्टरमाइंड बताया गया था। लंबे समय तक फरार रहने के बाद CBI ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और अब उससे पूछताछ जारी है।

बार-बार ऐसे मामलों में बिहार का नाम आना राज्य की छवि पर सवाल खड़ा करता है। क्या अब समय नहीं आ गया है कि ऐसे गिरोहों पर सख्त कार्रवाई हो और शिक्षा व्यवस्था को इन दलालों से मुक्त किया जाए?

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