
पटना। पथ निर्माण मंत्री माननीय श्री नितिन नवीन ने गुरुवार को विभागीय कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में राज्य की विभिन्न सड़क परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में विभागीय सचिव श्री कार्तिकेय धनजी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NH) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री ने जानकारी दी कि लगभग 30,000 करोड़ रुपये की योजनाओं का संरेखण कार्य पूर्ण कर लिया गया है और अब विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रक्रियाएं समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरी की जाएं, ताकि शीघ्र धरातल पर कार्य शुरू हो सके।
प्रमुख परियोजनाएं जिन पर हुई चर्चा:
- पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क
- औरंगाबाद-दाउदनगर चार लेन बाईपास
- अनीसाबाद-एम्स एलिवेटेड रोड स्ट्रेच
विशेष रूप से अनीसाबाद से एम्स तक बनने वाले 6-लेन एलिवेटेड रोड के बारे में मंत्री ने कहा कि इसके निर्माण से पटना वासियों को जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलेगी। यह परियोजना राजधानी में आवागमन को सुगम बनाएगी और एम्स जाने वाले मरीजों व नागरिकों को भी सुविधा प्रदान करेगी।
पटना-गया-डोभी फोरलेन का कार्य पूर्ण
मंत्री ने बताया कि 1910.083 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पटना-गया-डोभी फोरलेन परियोजना का कार्य तीन चरणों में पूर्ण किया गया है:
- पैकेज-1: किमी 0 से 39 (पूर्ण)
- पैकेज-2: किमी 39 से 83 (पूर्ण)
- पैकेज-3: किमी 83 से 127 (पूर्ण)
इस सड़क में 5 आरओबी, 20 अंडरपास, 4 फ्लाईओवर और 8 बाइपास शामिल हैं। अब पटना से गया की यात्रा मात्र 90 मिनट में पूरी की जा सकती है।
मजबूत और समावेशी सड़क नेटवर्क पर बल
मंत्री श्री नवीन ने कहा, “बिहार सरकार का लक्ष्य राज्य के हर कोने को एक सशक्त, आधुनिक और समावेशी सड़क नेटवर्क से जोड़ना है। हम प्रदेश में कनेक्टिविटी को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।”