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पटना, 23 मई।बिहार की राजधानी पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) अब पूर्वी भारत के प्रमुख सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की सूची में शुमार हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को संस्थान परिसर में चहारदीवारी, कंक्रीट सड़क, नाला और केबल ट्रेंच निर्माण कार्य का शिलान्यास करते हुए यह जानकारी दी।

1050 करोड़ की लागत से हो रहा है कायाकल्प

मंत्री ने बताया कि आईजीआईएमएस का कुल 1050 करोड़ रुपये की लागत से कायाकल्प किया जा रहा है। इनमें से 750 करोड़ की योजनाएं पूरी होने के करीब हैं, जिनका लोकार्पण जून के पहले सप्ताह में किया जाएगा।

जून से शुरू होंगे ये अत्याधुनिक स्वास्थ्य केंद्र

  • बच्चों का कैंसर वार्ड
  • 2 आधुनिक ऑपरेशन थिएटर
  • 20 बेड वाला क्रिएटिव केयर मेडिसिन यूनिट
  • अत्याधुनिक फिजियोथेरेपी इकाई
  • 2 दर्जन डायलिसिस मशीनें

आईजीआईएमएस में बढ़ी एमबीबीएस सीटें और बेड की संख्या

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एमबीबीएस की सीट संख्या 150 हो चुकी है, जबकि वर्तमान में 1700 बेड हैं। आगामी योजनाओं के तहत 1700 नए बेड और जोड़े जाएंगे, जिससे कुल बेड की संख्या 3400 हो जाएगी।

नई परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य

  • 76.47 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग
  • 96.36 करोड़ से लेक्चर थिएटर
  • 18.45 करोड़ से एमबीबीएस हॉस्टल
  • 91.70 करोड़ से आठ मंजिला डेंटल हॉस्पिटल भवन

शिलान्यास कार्यक्रम में उपस्थित रहे गणमान्य

कार्यक्रम की अध्यक्षता दीघा विधायक संजीव चौरसिया ने की। इस मौके पर आईजीआईएमएस निदेशक डॉ. बिंदे कुमार, बीएमआईडीसी के एमडी धर्मेंद्र कुमार, और अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल भी मौजूद थे।