Voice Of Bihar से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद
WhatsApp
Home Local YouTube Instagram
IAS S Siddharth

पटना: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रयासों के तहत अब शिक्षा विभाग ने सख्ती बढ़ा दी है। विभाग ने साफ संकेत दे दिया है कि जो शिक्षक स्कूल में पढ़ाने के बजाय स्थानीय राजनीति में लिप्त हैं या हाजिरी बनाकर गायब हो जाते हैं, उन पर अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) को पत्र जारी किया है। इसमें निर्देश दिया गया है कि ऐसे शिक्षकों को चिह्नित कर तुरंत निलंबित करें और विभागीय कार्रवाई शुरू की जाए।

स्कूलों का निरीक्षण, कई शिक्षकों की मिली शिकायत

शिक्षा विभाग ने 28 अप्रैल को गोपनीय सूचना के आधार पर राज्य के कुछ विद्यालयों का निरीक्षण कराया। निरीक्षण में यह पाया गया कि कुछ शिक्षक विद्यालय के पास ही रहने के बावजूद स्कूल में हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं। वहीं, कुछ शिक्षक स्थानीय राजनीति में पूरी तरह सक्रिय पाए गए।

पत्र में यह भी कहा गया है कि शिक्षक यदि उपस्थिति दर्ज करने के बाद विद्यालय से लापता हो जाते हैं, तो यह शासकीय जिम्मेदारी के प्रति गंभीर लापरवाही है और इसे धोखाधड़ी माना जाएगा। ऐसे मामलों में किसी भी तरह की रियायत नहीं बरती जाएगी।

DEO को सख्त निर्देश

अपर मुख्य सचिव ने DEO को निर्देश दिया है कि वे तुरंत ऐसे शिक्षकों की पहचान करें और उनके खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई करें। विभाग चाहता है कि स्कूलों में शिक्षण कार्य पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ हो, ताकि शिक्षा का स्तर सुधर सके।

WhatsApp Channel VOB का चैनल JOIN करें