
पटना, 02 जून 2025।बिहार सरकार ने एशिया के सबसे बड़े पशु मेले सोनपुर मेले के आधुनिकीकरण और पर्यटकीय विकास के लिए 24.28 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है। यह जानकारी उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने दी।
उन्होंने बताया कि यह योजना स्वदेश दर्शन स्कीम 2.0 की उप-योजना CBDB (Comprehensive Buddhist Development Plan) के अंतर्गत स्वीकृत की गई है। इसका उद्देश्य सोनपुर मेले को डिजिटल, पर्यावरण-संवेदनशील और वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना है।
पर्यटन, रोजगार और राजस्व को मिलेगा बढ़ावा
श्री चौधरी ने कहा कि यह योजना स्थानीय रोजगार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देगी। सोनपुर मेले में हर वर्ष देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं, और यह योजना उनकी सुविधाओं को बेहतर बनाएगी।
योजना के प्रमुख बिंदु
भौतिक अधोसंरचना विकास:
- नया प्रवेश द्वार और स्थायी हाट का निर्माण
- सड़क चौड़ीकरण एवं घाट तक संपर्क मार्ग
- पार्किंग व्यवस्था और शटल सेवा का विस्तार
हरित पहल:
- प्लास्टिक मुक्त मेला क्षेत्र
- अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली
- सौर ऊर्जा का उपयोग
- पर्यावरण जागरूकता अभियान
डिजिटल पहल:
- मेला मोबाइल ऐप
- कैशलेस भुगतान व्यवस्था
- वर्चुअल दर्शन की सुविधा
- स्मार्ट पार्किंग सिस्टम
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सारण जिले का सोनपुर मेला स्थल बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। गंगा और गंडक नदियों के संगम पर कार्तिक पूर्णिमा (इस वर्ष 5 नवंबर) से शुरू होकर एक महीने तक चलने वाला यह मेला हाथी, घोड़े, गाय, बैल और अन्य पशुओं की खरीद-बिक्री के लिए प्रसिद्ध है।
सरकार की प्रतिबद्धता
श्री चौधरी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि सोनपुर मेला केवल पारंपरिक पशु मेला ही न रहकर एक आधुनिक, डिजिटल और हरित पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित हो। इससे पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं, व्यापार के अवसरों में वृद्धि और राजस्व में सुधार संभव हो सकेगा।