पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर प्रदेश का सियासी पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है। एक ओर एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर घमासान जारी है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी खुलकर सामने आ चुकी है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के भीतर भी मतभेद गहराते जा रहे हैं। अब राजद (RJD) के अंदर ही नया सियासी ड्रामा शुरू हो गया है।
कांग्रेस और आरजेडी में टकराव बढ़ा
सूत्रों के मुताबिक, सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और आरजेडी के बीच टकराव चरम पर है। कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग पर अड़ी हुई है, जबकि आरजेडी उसे इतनी सीटें देने को तैयार नहीं है। इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन वे बैठक बीच में छोड़कर पटना लौट आए।
दिल्ली में न तो राहुल गांधी से उनकी मुलाकात हुई और
न ही मल्लिकार्जुन खरगे से वे मिले। इससे महागठबंधन में जारी मतभेद और गहराने के संकेत मिल रहे हैं।
लालू प्रसाद ने बांटे सिंबल, तेजस्वी ने मंगवाया वापस
इधर, सीट शेयरिंग पर सहमति न बनने के बावजूद
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सोमवार की शाम
राबड़ी देवी आवास पर पार्टी का सिंबल बांटना शुरू कर दिया।
कई संभावित उम्मीदवारों को बुलाकर टिकट और सिंबल सौंपा गया।
लेकिन तेजस्वी यादव के पटना लौटते ही
पार्टी में नया मोड़ आ गया। सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी ने उन सभी नेताओं को दोबारा राबड़ी आवास बुलाया, जिन्हें सिंबल मिला था, और उनसे सिंबल वापस ले लिया गया।
देर रात तक आरजेडी के कई उम्मीदवार
एक-एक कर राबड़ी आवास पहुंचे और सिंबल लौटाया।
हालांकि आरजेडी की ओर से इस पर
कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
महागठबंधन में ‘अनिश्चितता’ का दौर जारी
महागठबंधन के भीतर की यह स्थिति आगामी चुनाव से पहले बड़े राजनीतिक संकट की ओर इशारा कर रही है। जहां कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों को लेकर रस्साकशी जारी है, वहीं वाम दलों ने भी कम सीटें मिलने पर असंतोष जताया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला,
तो महागठबंधन का स्वरूप बदल सकता है।


