पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर बड़ा फेरबदल संभव है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी के चलते गठबंधन के सीट शेयरिंग फॉर्मूले में बदलाव की तैयारी की जा रही है।
बीजेपी अपने कोटे से दे सकती है एक सीट ‘हम’ को
जानकारी के अनुसार, बीजेपी अपने हिस्से से एक अतिरिक्त सीट जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम)’ को दे सकती है।ऐसा होने पर बीजेपी की सीटें घटकर 100 रह जाएंगी, जबकि जेडीयू 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसका अर्थ यह होगा कि इस बार बीजेपी पहली बार एनडीए में ‘छोटे भाई’ की भूमिका निभाएगी।
वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कोटे से एक सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को मिलने की चर्चा है।
फिलहाल का फॉर्मूला क्या है?
मौजूदा प्रस्तावित फॉर्मूले के अनुसार:
- जेडीयू — 101 सीटें
- बीजेपी — 101 सीटें
- लोजपा (रा) — 29 सीटें
- हम और आरएलएम — 6-6 सीटें
लेकिन मांझी और कुशवाहा दोनों 6 सीटों से असंतुष्ट हैं। यदि उन्हें एक-एक अतिरिक्त सीट दी जाती है, तो उनकी नाराजगी कुछ हद तक कम हो सकती है।
नीतीश कुमार की नाराजगी की असली वजह
सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार जेडीयू की सिटिंग सीटों में कटौती से खुश नहीं हैं। उन्होंने यह साफ कर दिया है कि जेडीयू अपनी मौजूदा जीती हुई सीटें किसी सहयोगी दल को नहीं छोड़ेगी।
नीतीश कुमार का मानना है कि जेडीयू हमेशा से एनडीए में “बड़े भाई” की भूमिका में रही है, इसलिए बीजेपी के साथ बराबरी का फॉर्मूला स्वीकार्य नहीं है।
आने वाले दिनों में बदल सकते हैं समीकरण
एनडीए के भीतर यह संभावित बदलाव सिर्फ सीट बंटवारे तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे सत्ता संतुलन और नेतृत्व समीकरण भी प्रभावित हो सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार की नाराजगी और बीजेपी की संभावित रियायतें बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकती हैं।