पटना | बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन (RJD, कांग्रेस, VIP और वाम दलों) में सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बड़ा कदम उठाते हुए पहले चरण के प्रत्याशियों के चयन और सिंबल वितरण की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है।
आज होगी आरजेडी संसदीय बोर्ड की दो अहम बैठकें
सीट बंटवारे पर सहमति न बन पाने के बावजूद आरजेडी ने अपनी टिकट वितरण की तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी ने गुरुवार को राज्य संसदीय बोर्ड और केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठकें बुलाई हैं। इन बैठकों में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को प्रत्याशियों के चयन के लिए अधिकृत किए जाने की संभावना है।
आज से आरजेडी देगी प्रत्याशियों को सिंबल
आरजेडी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने पहले चरण की लगभग 50 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। इन उम्मीदवारों को आज से सिंबल (चुनाव चिह्न) दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। गुरुवार देर रात तेजस्वी यादव ने अपने सलाहकारों और वरिष्ठ नेताओं के साथ लंबी बैठक कर प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप दिया।
कांग्रेस और मुकेश सहनी की डिमांड से परेशान आरजेडी
गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग सबसे बड़ा विवाद बन गया है।
आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की मांगें अत्यधिक हैं, जिन्हें पूरा कर पाना मुश्किल हो गया है।
- कांग्रेस 60 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की जिद पर अड़ी हुई है।
- मुकेश सहनी को 12 सीटें देने पर सहमति बनी थी,
लेकिन वे 6 और सीटों की मांग कर रहे हैं, जिनमें कुछ आरजेडी और कांग्रेस की पारंपरिक सीटें शामिल हैं।
इन परिस्थितियों में आरजेडी के लिए सभी दलों को संतुष्ट करना चुनौती बन गया है।
सीट बंटवारे पर जल्द हो सकता है निर्णय
महागठबंधन की ओर से अब तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आरजेडी द्वारा उम्मीदवारों को सिंबल दिए जाने के बाद गठबंधन में दबाव बढ़ेगा, और अन्य दलों को भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी पड़ेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम तेजस्वी यादव की रणनीतिक चाल है –
“पहले उम्मीदवार उतारो, फिर गठबंधन को अपनी शर्तों पर लाओ।”


