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“अजीत” बनकर पूजा को फंसाया, फिर बेरहमी से की हत्या: उधमसिंह नगर हत्याकांड की खौफनाक दास्तान

ByLuv Kush

मई 4, 2025
Crime news Murder 5

उत्तराखंड (उधमसिंह नगर): उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली 38 वर्षीय पूजा की हत्या के मामले में आरोपी मुश्ताक अहमद ने चौंकाने वाले खुलासे करते हुए अपना जुर्म कबूल लिया है। पूछताछ के दौरान मुश्ताक ने माना कि उसने पूजा को हिंदू नाम ‘अजीत’ बताकर प्रेमजाल में फंसाया, लिव-इन रिलेशनशिप में रहा और जब उसने दूसरी शादी का विरोध किया, तो निर्ममता से उसकी गला काटकर हत्या कर दी।

मांगी जान की भीख, मगर नहीं पसीजा दरिंदा

पूछताछ में मुश्ताक ने बताया कि 15 नवंबर 2024 को वह पूजा को खटीमा में अपनी बहन के घर ले गया। वहां से घुमाने के बहाने उसे एक सुनसान इलाके, नदन्ना नहर की काली पुलिया, पर ले गया।

वहीं, उसने पूजा का गला चाकू से रेत दिया, जबकि वह हाथ जोड़कर जान की भीख मांग रही थी। हत्या के बाद आरोपी ने सिर को धड़ से अलग कर, थैले में पत्थर भरकर नाले में फेंक दिया, और धड़ को चादर में लपेटकर नहर में बहा दिया ताकि शव की पहचान न हो सके।

प्रेम नहीं, संपत्ति और लालच थी वजह

जांच में सामने आया कि मुश्ताक की नजर पूजा की संपत्ति और उसकी बेटी पर थी। पूजा एक स्पा सेंटर में काम करती थी और उसने आरोपी को आर्थिक मदद भी दी थी — जिसमें सितारगंज में प्लॉट खरीदना और बाइक दिलाना शामिल था।

पूजा के परिजनों ने आरोप लगाया कि मुश्ताक उसकी बेटी को बेचने की योजना भी बना रहा था, जिसकी भनक लगते ही उन्होंने बेटी को अपने पास रख लिया।

बस में हुई थी मुलाकात, दो साल तक करता रहा शोषण

मुश्ताक और पूजा की मुलाकात 2022 में रुद्रपुर से गुरुग्राम जाते वक्त बस में हुई थी। मुश्ताक ने अपना नाम अजीत बताकर उससे दोस्ती की। पूजा, जो पहले से शादीशुदा थी और अपने पति से अलग होकर बच्चों के साथ बहन के घर रहती थी, उसके झांसे में आ गई।

दोनों ने गुरुग्राम में लिव-इन रिलेशनशिप शुरू की। इस दौरान मुश्ताक ने शादी का नाटक भी किया, लेकिन उसकी असली मंशा पूजा का शोषण और उसकी संपत्ति हड़पना थी।

दूसरी शादी बनी हत्या की वजह

अक्टूबर 2024 में मुश्ताक ने सितारगंज में एक मुस्लिम युवती से दूसरी शादी कर ली। जब पूजा को इसका पता चला, तो वह सितारगंज पहुंची और विरोध जताया। इस दौरान झगड़ा हुआ और मुश्ताक के परिवार ने उन्हें घर से निकाल दिया।

पूजा ने सितारगंज थाने में शिकायत भी की, लेकिन कोई गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। बाद में 19 दिसंबर 2024 को उसकी बहन ने गुरुग्राम के सेक्टर-5 थाने में पूजा की गुमशुदगी की शिकायत दी।

हत्या के बाद कर्नाटक भागा, तकनीकी जांच से पकड़ा गया कातिल

हरियाणा पुलिस ने कॉल डिटेल्स और तकनीकी जांच के आधार पर मुश्ताक को 30 अप्रैल 2025 को गौरीखेड़ा (सितारगंज) से गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर नदन्ना नहर से पूजा का सड़ा-गला धड़ बरामद किया गया, हालांकि सिर अब तक नहीं मिल पाया है।

पूजा के भाई ने दुपट्टे के आधार पर शव की पहचान की। आरोपी को कोर्ट में पेश कर छह दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पंचर की दुकान से टैक्सी तक, शातिर योजनाबाज निकला मुश्ताक

मुश्ताक पहले खटीमा में पंचर की दुकान चलाता था, बाद में टैक्सी चालक बन गया। वह सितारगंज और खटीमा के इलाकों से भलीभांति परिचित था। हत्या के बाद वह कर्नाटक के मंगलूरू भाग गया और वहीं पंचर की दुकान चलाने लगा।

पुलिस ने उसके परिवार पर दबाव डालकर उसे वापस बुलाया और गिरफ्तार कर लिया।

न्याय की मांग कर रहे परिजन

पूजा के परिजनों का कहना है कि अगर सितारगंज थाने में शिकायत के बाद गंभीरता से कार्रवाई होती, तो आज उनकी बेटी जिंदा होती। वे आरोपी के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं।

यह हत्याकांड न केवल एक महिला के विश्वास और जीवन के साथ की गई धोखाधड़ी की कहानी है, बल्कि यह समाज के सामने यह सवाल भी खड़ा करता है — कब तक ऐसी पूजा जैसे मासूम महिलाएं दरिंदों का शिकार बनती रहेंगी?

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