पटना: देश के सबसे बड़े युवा खेल महाकुंभ ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025’ का आज, 4 मई (रविवार) से औपचारिक शुभारंभ हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बहुप्रतीक्षित आयोजन का ‘वर्चुअल उद्घाटन’ करेंगे। इस बार ये खेल बिहार के पांच शहरों और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित किए जा रहे हैं। 15 मई तक चलने वाले इस आयोजन में 6000 से अधिक खिलाड़ी 27 अलग-अलग खेलों में 284 स्वर्ण पदकों के लिए मुकाबला करेंगे।
पांच शहरों में फैला आयोजन, पहले दिन तीरंदाजी, कबड्डी और वॉलीबॉल के मुकाबले
बिहार के पाटलिपुत्र खेल परिसर (पटना) को मुख्य आयोजन स्थल बनाया गया है। इसके अलावा भागलपुर, राजगीर, गोपालगंज और दरभंगा जैसे शहरों में विभिन्न खेल आयोजित होंगे।
पहले दिन तीरंदाजी (भागलपुर), कबड्डी (राजगीर) और वॉलीबॉल (पटना) में मुकाबले खेले जाएंगे।
सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक तैराकी (38) में दिए जाएंगे जबकि एथलेटिक्स में 34 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे।
बिहार के 450 से अधिक खिलाड़ी करेंगे प्रतिनिधित्व, मेजबान से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
मेजबान राज्य बिहार से 450 से अधिक युवा खिलाड़ी इस खेल महाकुंभ में भाग ले रहे हैं। पिछली बार तमिलनाडु में आयोजित खेलों में बिहार 21वें स्थान पर रहा था, लेकिन अब मेजबानी के चलते राज्य को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। पिछले उदाहरणों के अनुसार, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु दोनों ने अपनी मेजबानी में खेलों में शीर्ष तीन स्थानों पर जगह बनाई थी।
महाराष्ट्र की नजरें हैट्रिक पर, अंडमान-लद्दाख जैसे दूरदराज के इलाके भी होंगे शामिल
पिछले दो संस्करणों के विजेता महाराष्ट्र की टीम इस बार भी खिताबी हैट्रिक की कोशिश में है। राज्य के 400 से अधिक खिलाड़ी मुकाबले में उतरेंगे। वहीं, अंडमान-निकोबार से 10 सदस्यीय दल (5 महिलाएं), लद्दाख से 14, लक्षद्वीप से 12 और सिक्किम से 15 खिलाड़ी इन खेलों का हिस्सा बनेंगे।
पिछले वर्ष 30 नए रिकॉर्ड बने थे, और इस बार भी रिकॉर्ड टूटने की पूरी उम्मीद है।
उद्घाटन समारोह में बनेंगे दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के उद्घाटन को ऐतिहासिक बनाने के लिए दो अनोखी प्रस्तुतियों की योजना है:
- विश्व की सबसे बड़ी मधुबनी पेंटिंग: बिहार की पारंपरिक कला को दर्शाती यह पेंटिंग उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की जाएगी।
- 400 बाल लामाओं की ‘सिंगिंग बॉल’ प्रस्तुति: यह प्रस्तुति संगीत और ध्यान का अनोखा संगम होगी। अभी तक 100 बाल लामाओं की प्रस्तुति का ही वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जिसे यह प्रस्तुति तोड़ सकती है।