
कटिहार, बिहार | 18 मई 2025 — बिहार के कटिहार जिले में रविवार को एक भीषण सड़क हादसे में बीपीएससी शिक्षिका डिंपल कुमारी और उनकी मासूम बेटी की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वह अपनी मां और बच्ची के साथ ऑटो से कटिहार आ रही थीं। तेज रफ्तार हाइवा ट्रक से ऑटो की सीधी टक्कर हो गई, जिससे ऑटो के परखच्चे उड़ गए।
सिर्फ दो दिन पहले शुरू किया था नया अध्याय, पर जिंदगी ने छीन लिया सबकुछ
मृतक डिंपल कुमारी ने प्राणपुर थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में महज दो दिन पहले बतौर शिक्षिका योगदान दिया था। नई नौकरी की शुरुआत के दो दिन बाद ही एक सड़क हादसे ने उनकी जिंदगी छीन ली। हादसे में उनकी बेटी की भी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी मां समेत तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं।
हादसा कैसे हुआ? — एनएच 81 पर हाइवा की टक्कर ने छीनी दो जानें
घटना प्राणपुर थाना क्षेत्र के कुशियारी मोड़ के पास हुई। डिंपल कुमारी, उनकी मां और बच्ची ऑटो से कटिहार की ओर जा रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से आ रहा हाइवा ट्रक सामने से आकर ऑटो से भिड़ गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो उछलकर सड़क किनारे जा गिरा।
“ऑटो की हालत ऐसी हो गई थी कि उसे पहचान पाना मुश्किल था।” — प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण
हायर सेंटर रेफर, लेकिन बचाई नहीं जा सकी जानें
घायलों को तुरंत कटिहार सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया। मगर डिंपल और उनकी बच्ची की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
स्थानीयों का आक्रोश, तेज रफ्तार वाहनों पर कार्रवाई की मांग
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से एनएच 81 पर चलने वाले तेज रफ्तार भारी वाहनों पर लगाम लगाने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान ट्रैफिक अवरुद्ध हो गया, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रित किया।
“हाइवा को जब्त कर लिया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच जारी है।” — वैभव शर्मा, पुलिस अधीक्षक, कटिहार
एक जिम्मेदार सिस्टम की ज़रूरत
इस हादसे ने एक शिक्षिका की उम्मीदों और एक मासूम के भविष्य को निगल लिया। यह घटना सड़क सुरक्षा नियमों और भारी वाहनों की निगरानी पर फिर सवाल खड़े करती है। अब जरूरत है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन व्यवस्थित निगरानी और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।