नई दिल्ली/भागलपुर —आज शुक्रवार, 30 मई 2025 को हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज मृगशिरा नक्षत्र और सुकर्मा योग का संयोग बन रहा है, जिसे शुभ और फलदायक माना जाता है। यह दिन पूजा-पाठ, व्यापारिक निर्णय, संपत्ति खरीद और नए कार्य की शुरुआत के लिए अनुकूल है।
सूर्योदय सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 6 बजकर 47 मिनट पर होगा। चंद्रमा आज वृषभ राशि में रहेगा, जो आर्थिक मामलों के लिए सकारात्मक संकेत देता है।
पंचांग विवरण
- तिथि: द्वितीया (शुक्ल पक्ष)
- वार: शुक्रवार
- नक्षत्र: मृगशिरा
- योग: सुकर्मा
- करण: तैतिल
- चंद्र राशि: वृषभ
- सूर्योदय: 05:15 AM
- सूर्यास्त: 06:47 PM
- चंद्रोदय: 06:55 AM
- चंद्रास्त: 09:20 PM
धार्मिक मान्यता और व्रत
शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से फलदायक मानी जाती है। इस दिन को धन, सुख और समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है। साथ ही, कई श्रद्धालु आज संतोषी माता का व्रत रखते हैं और नमक-खटाई से परहेज करते हैं।
क्या करें – क्या न करें
- नये कार्य की शुरुआत करें
- मां लक्ष्मी की पूजा करें
- गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराएं
- विवाद और कटु शब्दों से बचें
- झूठ और छल-कपट से दूर रहें
ज्योतिषाचार्य की राय
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि मृगशिरा नक्षत्र और सुकर्मा योग का यह संयोग कई महीनों बाद आया है। यह समय सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर है, ऐसे में जो भी शुभ कार्य आज किया जाएगा, उसका फल दीर्घकालिक रूप से प्राप्त होगा।