
नई दिल्ली। आज 26 मई 2025, सोमवार का दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आज वट सावित्री व्रत का पावन पर्व भी है। यह व्रत विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है। साथ ही जानिए आज का पूरा पंचांग, शुभ मुहूर्त और व्रत की विशेषताएं।
आज का पंचांग
- तिथि: चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष
- मास: ज्येष्ठ मास
- विक्रम संवत: 2082
- दिन: सोमवार
- नक्षत्र: विशाखा
- योग: शुभ
- करण: वणिज
- सूर्योदय: प्रातः 05:23 बजे
- सूर्यास्त: सायं 07:04 बजे
- चंद्रमा की स्थिति: वृश्चिक राशि में
वट सावित्री व्रत विशेष
- व्रत का महत्व:
वट सावित्री व्रत का उल्लेख महाभारत और स्कंद पुराण में मिलता है। इस दिन सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस लिए थे। वटवृक्ष (बरगद का पेड़) की पूजा का विशेष महत्व होता है, जो दीर्घायु और अखंड सौभाग्य का प्रतीक है। - पूजा विधि:
महिलाएं व्रत रखती हैं, स्नान कर व्रत कथा सुनती हैं और वटवृक्ष की परिक्रमा करती हैं। पेड़ को लाल धागा बांधते हुए 7, 11 या 21 बार परिक्रमा करना शुभ माना जाता है। - पूजा का शुभ समय:
व्रत पूजन का मुहूर्त: प्रातः 06:00 AM से दोपहर 12:00 PM तक उत्तम
शुभ मुहूर्त व राहुकाल
- अभिजीत मुहूर्त: 11:50 AM से 12:45 PM
- राहुकाल: 12:00 PM से 01:30 PM
- दिशा शूल: उत्तर दिशा – यात्रा से परहेज करें
विशेष सुझाव:
आज के दिन वटवृक्ष के नीचे बैठकर भगवान विष्णु और माता सावित्री का ध्यान करें। व्रत कथा पढ़ना और ब्राह्मण को वस्त्र एवं फल दान देना पुण्यकारी माना जाता है।
नोट: पंचांग और व्रत की जानकारी आपके शहर के स्थानीय समय के अनुसार भिन्न हो सकती है।