
पटना, 25 मई – हिंदू पंचांग के अनुसार आज रविवार, 25 मई 2025 को ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। आज सूर्य सप्तमी का विशेष संयोग बन रहा है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। श्रद्धालु आज भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर आरोग्यता और दीर्घायु की कामना करते हैं।
पंडितों के अनुसार, आज के दिन पुष्य नक्षत्र और शुभ योग का संयोग भी बन रहा है, जो किसी भी शुभ कार्य के लिए अनुकूल माना गया है। हालांकि, राहुकाल के समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पंचांग विवरण (25 मई 2025):
- तिथि: शुक्ल सप्तमी (दोपहर 1:52 बजे तक), इसके बाद अष्टमी
- वार: रविवार
- नक्षत्र: पुष्य (शाम 6:18 बजे तक), फिर अश्लेषा
- योग: शुभ (दोपहर 2:11 बजे तक), फिर शुक्ल
- सूर्योदय: सुबह 5:12 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:38 बजे
- चंद्रमा: कर्क राशि में गोचर
शुभ मुहूर्त:
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:51 से 12:45 बजे तक
- गृह प्रवेश, वाहन क्रय व अन्य मांगलिक कार्य: सुबह 9:15 से 10:30 बजे तक
राहुकाल:
- शाम 5:00 से 6:30 बजे तक – इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
सूर्य सप्तमी का महत्व:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य सप्तमी पर सूर्य देव की पूजा करने से नेत्र व त्वचा संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। आज के दिन व्रत रखकर स्नान के बाद तांबे के पात्र में जल, लाल पुष्प, अक्षत और गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य देना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है।
पंडितों ने बताया कि पुष्य नक्षत्र में किया गया दान भी कई गुना फलदायी होता है। इसके चलते आज मंदिरों में विशेष पूजन-अर्चना और सूर्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है।