बुधवार को ही दिन का पारा 33.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जबकि रात के तापमान में गिरावट आई है। दिन में पछुआ हवाएं देह का पानी सोख रही हैं तो आलस के दर्द से पोर-पोर में सिहरन मची हुई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुमानों की मानें तो अगले होली के दिन फागुन के उत्साह पर सूरज की गर्मी भारी पड़ेगी। तपिश इतनी होगी कि रंग देह पर ही सूखेंगे और दोपहर तक होली गर्मी के मारे खेलना मुहाल हो सकता है। क्योंकि अनुमान है कि होली के दिन पारा 34.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है।
2.2 डिसे दिन का पारा उछला तो रात का पारा 1.4 डिसे लुढ़क गया
बीते 24 घंटे के मौसम की बात करें तो इस दौरान जहां दिन का पारा 2.2 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया वहीं रात का पारा 1.4 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। बुधवार को अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
बीएयू सबौर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. बीरेंद्र कुमार ने बताया कि चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी बांग्लादेश एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर बना हुआ है। इन मौसमी कारकों के प्रभाव से गुरुवार से दिन संग रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होनी शुरू हो जाएगी।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.