पटना, 6 अक्टूबर 2025।राजधानी पटना में मेट्रो रेल सेवा का इंतजार अब खत्म हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सुबह 11 बजे भूतनाथ से न्यू आईएसबीटी तक पहले फेज के मेट्रो परिचालन का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के साथ ही वे कॉरिडोर वन के तहत पटना जंक्शन सहित छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग का शिलान्यास भी करेंगे।
पहला फेज: 4.3 किलोमीटर, तीन स्टेशन
पहले चरण में मेट्रो रेल 4.3 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो भूतनाथ रोड, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी के बीच संचालित होगी। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (पीएमआरएल) ने परिचालन की अंतिम तैयारियां पूरी कर ली हैं।
विशेष:
- मेट्रो की अधिकतम गति प्रारंभ में 40 किमी प्रति घंटा होगी।
- आईएसबीटी से जीरो माइल तक किराया 15 रुपये, न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ तक 30 रुपये।
- हर कोच में 360 डिग्री सीसीटीवी, आपातकालीन बटन और माइक्रोफोन की सुविधा।
- प्रत्येक कोच में 138 सीटें और 945 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं।
- महिलाओं और दिव्यांगों के लिए प्रत्येक ट्रेन में 12 सीटें आरक्षित।
- मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध।
मधुबनी पेंटिंग से सजी मेट्रो ट्रेन
मेट्रो को खास तौर पर मधुबनी पेंटिंग से सजाया गया है। कोचों पर गोलघर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप, महावीर मंदिर और नालंदा के खंडहर जैसे बिहार के प्रमुख स्थलों की झलक दिखाई देगी। यह कदम पटना मेट्रो को सांस्कृतिक पहचान देने के लिए उठाया गया है।
भूमिगत मेट्रो का शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बेली रोड पर मेट्रो के भूमिगत खंड का शिलान्यास करेंगे। इस खंड में कुल छह भूमिगत स्टेशनों के लिए 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण होगा।
- फेज वन: रुकनपुरा, राजा बाजार, चिड़ियाघर स्टेशन और पाटलिपुत्र एलिवेटेड स्टेशन, लागत 1,147.50 करोड़ रुपये।
- फेज दो: विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन से मीठापुर तक सुरंग, लागत 1,148.3 करोड़ रुपये।
कुल परियोजना लागत: 13,925.5 करोड़ रुपये, जिसमें JICA, केंद्र सरकार और बिहार सरकार का योगदान शामिल है।
परिचालन समय और सुरक्षा
पहले चरण में मेट्रो सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी। प्रत्येक स्टेशन पर 20 मिनट के अंतराल पर ट्रेन उपलब्ध होगी। प्रतिदिन 40 से 42 फेरे लगाए जाएंगे।
सुरक्षा:
- पटना मेट्रो की सुरक्षा बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (बीएसएपी) द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
- प्रवेश द्वार से प्लेटफार्म तक बीएसएपी जवान तैनात रहेंगे।
भविष्य की योजना
मेट्रो के दो कॉरिडोर होंगे:
- रेड लाइन: 16.86 किलोमीटर
- ब्लू लाइन: 14.56 किलोमीटर
पहले चरण का पूरा संचालन 2027 तक शुरू होने की संभावना है।
पटना मेट्रो से राजधानी में यातायात सुविधा में सुधार होगा, लोगों का समय बचेगा और शहर की ट्रैफिक समस्या में कमी आएगी। यह बिहार की पहली मेट्रो परियोजना होने के कारण राज्य के लिए गौरव का विषय है।


